ETV Bharat / state

युवती की शिकायत पर बोले CM- 'ये तो कमाल है.. 24 साल बाद भी नहीं मिला लाभ' - लड़की ने सीएम को सुनाई फरियाद

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज जनता दरबार में शिकायत सुन रहे हैं. जहां अपनी फरियाद लेकर पहुंची एक युवती ने कहा कि उसके पिता के मौत के 24 साल बाद भी उसे नौकरी नहीं मिली है. ये सुनते ही सीएम चौंक गए. पढ़िए पूरी खबर..

जनता दरबार में शिकायत सुनते हुए सीएम
जनता दरबार में शिकायत सुनते हुए सीएम
author img

By

Published : Oct 18, 2021, 12:30 PM IST

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) आज जनता दरबार (Janta Darbar) में फरियादियों की शिकायतें सुन रहे हैं. इसी कड़ी में सीएम के सामने एक लड़की अपनी शिकायत लेकर पहुंची. लड़की ने कहा कि उसके पिता की मौत 24 साल पहले हुई लेकिन आज तक उसे अनुकंपा वाली नौकरी नहीं मिली है. यह सुनकर सीएम भी हैरान हुए और उन्होंने कहा कि ये तो कमाल है कि 1997 में इसके पिता की मौत हुई और आज तक इसे अनुकंपा का लाभ नहीं मिला.

ये भी पढ़ें:जम्मू-कश्मीर में दो और बिहारियों की हत्या, बोले शाहनवाज- आतंकियों को देश की सेना देगी मुंहतोड़ जवाब

जनता दरबार में लड़की ने सीएम ने कहा कि, मेरे पिता सरकारी नौकरी में थे. वह गन्ना विभाग में तैनात थे. 1997 में उनकी मौत हो गई. 12 साल पहले मेरी मां का भी निधन हो गया. लेकिन आज तक मुझे अनुकंपा के आधार पर नौकरी नहीं मिली है. 2009 से ही मैं भटक रही हूं. लेकिन मुझे नौकरी नहीं मिल रही. लड़की की शिकायत सुनकर मुख्यमंत्री ने कहा, कमाल की बात है कि 1997 में इसके पिता की मृत्यु हुई, लेकिन इसे अब तक नौकरी नहीं मिली है.

लड़की की शिकायत सुनने के बाद सीएम ने उसे संबंधित विभाग के अधिकारियों को समस्या का निदान करने को कहा. बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज ऊर्जा विभाग, जल संसाधन विभाग, पथ निर्माण विभाग, ग्रामीण विकास विभाग और पीएचईडी सहित कई विभागों की शिकायतें सुन रहे हैं. इस दौरान संबंधित विभागों के मंत्री और अधिकारी भी मौजूद है.

कोरोना महामारी (Corona Pandemic)के कारण मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम में सीमित संख्या में लोगों को बुलाने का निर्देश दिया हैं और 200 के आसपास ही लोग जनता दरबार कार्यक्रम में बुलाए जा रहे हैं. जिन्हें जनता दरबार में बुलाया जा रहा है, उनका कोरोना टेस्ट करने के साथ उनका वैक्सीनेशन भी किया जएगा. जनता दरबार में आने वाले लोगों को पहले रजिस्ट्रेशन करवाना होता है और फिर जिला प्रशासन की टीम उन्हें लेकर जनता दरबार पहुंचती है.

6 सितंबर को मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद के बगल में बनाए गए विशेष हॉल में ये कार्यक्रम हो रहा है. जिसमें संबंधित विभाग के मंत्री और सभी आला अधिकारी मौजूद हैं. मुख्यमंत्री ऑन द स्पॉट लोगों की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं. जनता दरबार में इस बार कोरोना गाइडलाइन का खास ध्यान रखा गया है.

हॉल के अंदर सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए चेयर लगाए गए हैं. हॉल के बाहर मेडिकल टीम की भी व्यवस्था है. मुख्यमंत्री ने इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू की खराब परफॉर्मेंस के बाद फिर से जनता दरबार लगाने की घोषणा की थी. कोरोना महामारी के कारण जनता दरबार पहले शुरू नहीं हो पाया था. इसे http://cm.bihar.gov.in/live , https://www.facebook.com/iprdbihar , https://twitter.com/IPRD_Bihar और https://www.youtube.com/iprdbihar पर लाइव देखा जा सकता है.

ये भी पढ़ें:कश्मीर में मारे गए लोगों के आश्रितों को नौकरी दे नीतीश सरकार: चिराग पासवान

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) आज जनता दरबार (Janta Darbar) में फरियादियों की शिकायतें सुन रहे हैं. इसी कड़ी में सीएम के सामने एक लड़की अपनी शिकायत लेकर पहुंची. लड़की ने कहा कि उसके पिता की मौत 24 साल पहले हुई लेकिन आज तक उसे अनुकंपा वाली नौकरी नहीं मिली है. यह सुनकर सीएम भी हैरान हुए और उन्होंने कहा कि ये तो कमाल है कि 1997 में इसके पिता की मौत हुई और आज तक इसे अनुकंपा का लाभ नहीं मिला.

ये भी पढ़ें:जम्मू-कश्मीर में दो और बिहारियों की हत्या, बोले शाहनवाज- आतंकियों को देश की सेना देगी मुंहतोड़ जवाब

जनता दरबार में लड़की ने सीएम ने कहा कि, मेरे पिता सरकारी नौकरी में थे. वह गन्ना विभाग में तैनात थे. 1997 में उनकी मौत हो गई. 12 साल पहले मेरी मां का भी निधन हो गया. लेकिन आज तक मुझे अनुकंपा के आधार पर नौकरी नहीं मिली है. 2009 से ही मैं भटक रही हूं. लेकिन मुझे नौकरी नहीं मिल रही. लड़की की शिकायत सुनकर मुख्यमंत्री ने कहा, कमाल की बात है कि 1997 में इसके पिता की मृत्यु हुई, लेकिन इसे अब तक नौकरी नहीं मिली है.

लड़की की शिकायत सुनने के बाद सीएम ने उसे संबंधित विभाग के अधिकारियों को समस्या का निदान करने को कहा. बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज ऊर्जा विभाग, जल संसाधन विभाग, पथ निर्माण विभाग, ग्रामीण विकास विभाग और पीएचईडी सहित कई विभागों की शिकायतें सुन रहे हैं. इस दौरान संबंधित विभागों के मंत्री और अधिकारी भी मौजूद है.

कोरोना महामारी (Corona Pandemic)के कारण मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम में सीमित संख्या में लोगों को बुलाने का निर्देश दिया हैं और 200 के आसपास ही लोग जनता दरबार कार्यक्रम में बुलाए जा रहे हैं. जिन्हें जनता दरबार में बुलाया जा रहा है, उनका कोरोना टेस्ट करने के साथ उनका वैक्सीनेशन भी किया जएगा. जनता दरबार में आने वाले लोगों को पहले रजिस्ट्रेशन करवाना होता है और फिर जिला प्रशासन की टीम उन्हें लेकर जनता दरबार पहुंचती है.

6 सितंबर को मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद के बगल में बनाए गए विशेष हॉल में ये कार्यक्रम हो रहा है. जिसमें संबंधित विभाग के मंत्री और सभी आला अधिकारी मौजूद हैं. मुख्यमंत्री ऑन द स्पॉट लोगों की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं. जनता दरबार में इस बार कोरोना गाइडलाइन का खास ध्यान रखा गया है.

हॉल के अंदर सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए चेयर लगाए गए हैं. हॉल के बाहर मेडिकल टीम की भी व्यवस्था है. मुख्यमंत्री ने इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू की खराब परफॉर्मेंस के बाद फिर से जनता दरबार लगाने की घोषणा की थी. कोरोना महामारी के कारण जनता दरबार पहले शुरू नहीं हो पाया था. इसे http://cm.bihar.gov.in/live , https://www.facebook.com/iprdbihar , https://twitter.com/IPRD_Bihar और https://www.youtube.com/iprdbihar पर लाइव देखा जा सकता है.

ये भी पढ़ें:कश्मीर में मारे गए लोगों के आश्रितों को नौकरी दे नीतीश सरकार: चिराग पासवान

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.