नई दिल्ली/पटना: 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) का उद्घाटन करेंगे. उनके आगमन से पूर्व ही काशी में उत्सव का दौर शुरू हो गया है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Union Minister Giriraj Singh) ने भी इस पर खुशी जताई है. उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में इस दिन को स्वर्णिम अक्षरों से लिखा जाएगा.
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केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि इसे भागीरथी प्रयास कहें या फिर जैसे अहिल्या को भगवान राम ने मुक्ति दिलाई थी, ठीक उसी तरह से गंगा से काशी विश्वनाश को दिव्य काशी के रुप में किया गया है. उन्होंने कहा कि वाराणसी में जिस तरह से 40 से ज्यादा प्राचीन मंदिरों को फिर से खोजकर उनका सौंदर्यीकरण किया गया है, उससे आज एक नया इतिहास रचा जा रहा है. ऐसा लगता है कि सनातन का फिर से उदय हो रहा है.
"कई प्राचीन मंदिरों को अवस्थित कर आज एक नया इतिहास रचने का काम किया गया है. ऐसा लगता है कि सनातन फिर से उदय हो रहा है"- गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री
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आपको बताएं कि सोमवार को पीएम मोदी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्धघाटन करेंगे. दोपहर करीब एक बजे श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद वो काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के पहले फेज का उद्घाटन करेंगे. इसका पहला फेज 339 करोड़ रुपये की लागत से बना है और यह 5 लाख स्कॉयर फीट एरिया में फैला है. वाराणसी में 40 से ज्यादा प्राचीन मंदिरों को फिर से खोजकर उनका सौंदर्यीकरण भी किया गया है.
पीएम मोदी ने 8 मार्च 2019 को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का शिलान्यास किया था. करीब 32 महीने में यह प्रोजेक्ट पूरा हुआ है. इस कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए कई तैयारियां की गईं हैं. इस आयोजन को लेकर पर्यटकों के साथ स्थानीय लोग में खासा उत्साह है. शहर रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगा उठा है.
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