पटना: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का 150वीं वर्ष जयंती के अवसर पर पूरा देश शताब्दी वर्ष मना रहा है. बड़े-बड़े आयोजन किए जा रहे हैं. जगह-जगह सफाई अभियान चलाया जा रहा है. जिसमें नेता झाड़ू के साथ तस्वीरों में दिखाई दे रहे हैं. चंपारण में गांधी के महिमा का बखान होता है. वहीं दुर्भाग्यवश बिक्रम गांधी आश्रम की सरकार साफ-सफाई नहीं करा रही है. जिसके कारण यहां पर कचरा का अंबार है. इसके कारण यहां के लोगों में सरकार के लापरवाही के खिलाफ आक्रोश है.
इस आश्रम से कई क्रांतिकारी का है नाता
बिक्रम थाना क्षेत्र में आजादी के संघर्ष के दौरान महात्मा गांधी ने यहां आकर लोगों को जागरूक किया था. जिसके बाद यहां पर एक आश्रम का निर्माण कराया था. जिससे इलाके के नौजवानों में देश प्रेम की भावन जागृत हुई थी. गांधी आश्रम में आजादी के दीवाने सुभाष चन्द्र बोस, डॉ राजेन्द्र प्रसाद, पंडित जवाहर लाल नेहरू, विनोवा भावे सहित कई लोग समय-समय पर आश्रम में आकर लोगों के साथ बैठक किया करते थे. लेकिन सरकार और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के कारण आज यहां कचरा का ढ़ेर पड़ा हुआ है.
प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
आश्रम में लगे कचरा के बारे में जब बिक्रम अंचलाधिकारी गिनी लाल प्रसाद से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कल साफ कर दिया जाएगा. वहीं, गांधी आश्रम समिति के सदस्यों ने आरोप लगाया कि अंचलाधिकारी और थानाध्यक्ष ने समिति के सदस्यों को साफ सफाई करने पर प्रतिबंध लगा दिया है. जिसके कारण यहां कचरा का ढे़र है. लेकिन सरकारी स्तर पर भी इसकी साफ-सफाई नहीं होती है. जिससे इलाके के शहीदों के उत्तराधिकारी सहित लोगों में सरकार के उदासीनता के खिलाफ आक्रोश है.