पटनाः जल संसाधन विभाग का 4 हजार करोड़ से अधिक का बजट विधानसभा से पास हो गया. जल संसाधन मंत्री संजय झा ने चर्चा के बाद सरकार की तरफ से उत्तर दिया और गंगा वाटर लिफ्ट स्कीम की चर्चा की. संजय झा ने खास बातचीत में कहा कि गंगाजल को मानसून के 4 महीने में लिफ्ट कर राजगीर और गया तक ले जाया जाएगा. वहीं, नेपाल में डैम बनाने को लेकर कहा कि डीपीआर तैयार हो रहा है. लेकिन यह भारत और नेपाल के बीच का मामला है.
बिहार विधानसभा में अब विभाग बार बजट की चर्चा शुरू हो गई है. कृषि विभाग की बजट पर चर्चा के बाद आज जल संसाधन विभाग के बजट पर चर्चा की गई. भोजन अवकाश के बाद इस पर चर्चा शुरू हुई. इसके बाद मंत्री ने जवाब दिया. जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा जल संसाधन विभाग का खर्च 2005-06 से 2019 -20 तक 22 हजार करोड़ से अधिक रहा है. जबकि 1990-91 से 2005 तक खर्च मात्र 34 सौ करोड़ किया गया था. विभागीय मंत्री बताया कि इस साल का बजट 4 हजार करोड़ से अधिक है.
ये भी पढ़ेंः भाई वीरेंद्र के गंभीर आरोप पर ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार ने मांफी मांगने को कहा
संजय झा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि गंगा वाटर लिफ्ट स्कीम शुरू हो गई है. 148.6 किलोमीटर पाइपलाइन के जरिए बिहारशरीफ, गया गंगा वाटर ले जाया जाएगा. मानसून के 4 महीने में गंगा वाटर को लिफ्ट किया जाएगा और इससे राजगीर, गया और बोधगया में पूरे साल 135 लीटर जल प्रतिदिन, प्रति व्यक्ति को उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाएगा.
संजय झा ने कहा कि फल्गु नदी में पानी रहने के लिए योजना तैयार हो गई है. बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य के लिए इस बार 8 सौ करोड़ से अधिक की राशि खर्च की जाएगी. नेपाल में डैम बनाने के सवाल पर संजय झा ने कहा कि यह भारत और नेपाल के बीच का मामला है, फिलहाल डीपीआर बन रहा है.