पटना: केंद्रीय जल आयोग के अनुसार (Central Water Commission) गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती, अधवारा नदी, महानंदा और कोसी नदी का जलस्तर लगातार घट रहा है. वही, गंगा नदी (Ganga River) के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है. गंगा पटना के गांधी घाट में खतरे के निशान से 80 सेंटीमीटर ऊपर है. पटना के दीघा घाट में गंगा नदी का जलस्तर 21 सेंटीमीटर ऊपर है.
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पटना के हाथीदह में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 68 सेंटीमीटर ऊपर है. पटना के श्रीपालपुर में पुनपुन नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 01 सेंटीमीटर नीचे है. गंडक नदी का जलस्तर डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 23 सेंटीमीटर ऊपर है.
खगड़िया जिले में कोसी नदी का जलस्तर बलतारा में खतरे के निशान से 112 सेंटीमीटर ऊपर है. दरभंगा जिले एकमीघाट में अधवरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 01 सेंटीमीटर ऊपर है. मधुबनी जिले में कमला बलान नदी झंझारपुर में खतरे के निशान से 29 सेंटीमीटर नीचे है. कमला बलान नदी का जलस्तर जयनगर में खतरे के निशान से 25 सेंटीमीटर ऊपर है.
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बागमती नदी का जल स्तर बेनीबाद में 16 सेंटीमीटर ऊपर है. दरभंगा जिले के हायाघाट में बागमती नदी का जलस्तर 22 सेंटीमीटर खतरे के निशान से नीचे है. दरभंगा जिले के कमतौल अधवारा नदी का जलस्तर खतरे के निशान 48 सेंटीमीटर नीचे है. कटिहार जिले के कुरसेला में कोसी नदी का जलस्तर 73 सेंटीमीटर ऊपर है.
गंगा में लगातार उफान है और इसके कारण राजधानी पटना के गंगा घाटों पर भी गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा गया है. राजधानी पटना के प्रमुख गंगा घाटों की स्थिति कुछ इस प्रकार से है. दीघा घाट 50.66 मीटर, गांधी घाट 49.40 मीटर और हाथीदह में 42.44 मीटर है.
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