धनबादः संयुक्त बिहार के समय तीन बार बाघमारा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले 80 वर्षीय पूर्व मंत्री ओपी लाल का निधन हो गया. सोमवार को उनके बड़े बेटे अनिल लाल ने लीलोरी श्मशान घाट में उन्हें मुखाग्नि दी. उन्होंने कांग्रेस पार्टी से 1085 से 2000 तक लगातार बाघमारा विधान सभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया.
ओपी लाल की मौत रविवार को रांची रिम्स में इलाज के दौरान हो गई थी. रविवार देर रात पूर्व विधायक के शव को कतरास स्थित आवास लाया गया, जहां आम जन से लेकर झारखंड सरकार के मंत्री बादल पत्रलेख सहित कई अन्य लोग अंतिम दर्शन करने के लिए पहुंचे. मंत्री पत्रलेख ने पूर्व मंत्री को पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी. बाद में उन्होंने शव को कांधा भी दिया.
पूर्व मंत्री को दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर
मंत्री बादल पत्रलेख ने पूर्व मंत्री के निधन पर कहा कि उनका निधन कोयलांचल के साथ साथ पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है. लाल के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे धनबाद सांसद पीएन सिंह भी ने कहा कि पूर्व मंत्री का निधन कोयलांचल धनबाद के लिए ऐसी क्षति है, जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती. वे अलग-अलग पार्टी में रहने के बावजूद क्षेत्र धनबाद के विकास को लेकर हमेश साथ चलते रहे.
इस दौरान झरिया विधायक नीरज पूर्णिमा सिंह , बाघमारा विधायक ढुलू महतो , बेरमो विधायक अनूप सिंह ,पूर्व मंत्री जलेश्वर महतो, पूर्व विधायक अरूप चटर्जी, मन्नान मालिक, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष बजेन्द्र प्रसाद सिंह ,जिला परिषद सदस्य सुभाष राय, बाघमारा डी एस पी निशा मुर्मू शकील अहमद, भोला राम, मो शाहबुद्दीन, ए के झा , रामप्रीत प्रसाद , सेफ्टी जीएमएके सिंह आदि भी अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे और परिवार वालों को ढांढ़स बंधाया. इधर मां लिलौरी श्मशान घाट पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.