पटना: 30 जनवरी को पटना के शास्त्री नगर थाना क्षेत्र के पुनाइचक इलाके से रामबाबू नाम के एक छात्र के अपहरण होने का मामला सामने आया था. परिजनों ने रामबाबू के अपहृत होने का मामला पटना के शास्त्री नगर थाने में दर्ज करवाया था. पुलिस ने आज इस पूरे मामले का उद्भेदन करते हुए इस मामले में मुख्य आरोपी नवनीत को गिरफ्तार कर लिया है. नवनीत ने बताया कि रामबाबू के अपहरण के बाद ही उसकी हत्या 30 जनवरी को ही कुछ दोस्तों के साथ मिलकर उसने सोनपुर में ही कर दी थी.
अपहरण के दिन ही कर दी थी हत्या
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए पटना सिटी एसपी टाउन विनय तिवारी ने बताया कि इस हत्याकांड मामले में संलिप्त मुख्य आरोपी नवनीत को गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तार आरोपी ने पुलिस को यह जानकारी दी. अपने अन्य तीन साथियों के साथ मिलकर रामबाबू का अपहरण 30 जनवरी को किया था. जैसे ही रामबाबू के परिजनों को रामबाबू के अपहरण की सूचना मिली नवनीत ने अपहरण का प्लान चेंज करते हुए रामबाबू की हत्या सोनपुर इलाके में 30 जनवरी को कर दी थी. हत्या के बाद नवनीत और उसके अन्य तीन साथियों ने रामबाबू के सोने का चेन, ब्रेसलेट और मोबाइल लूट ली थी.
ये भी पढ़ें- बिहार में ये क्या हो रहा है, गया से लेकर मुजफ्फरपुर तक 'भीड़तंत्र की क्रूरता'
पिस्टल और जिंदा कारतूस किए गए बरामद
सिटी एसपी विनय तिवारी ने बताया कि फिलहाल इस मामले में संलिप्त मुख्य आरोपी नवनीत और उसके अन्य दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. राम बाबू के लूटे हुए सोने का चेन, ब्रेसलेट और मोबाइल को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है. इस हत्याकांड में उपयोग किए गए अग्नियास्त्र को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है. फिलहाल आरोपियों के पास से इस हत्याकांड में उपयोग किए गए पिस्टल और दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. सिटी एसपी ने बताया कि नवनीत और राम बाबू काफी घनिष्ट दोस्त थे और राम बाबू के पिता हाल ही में रिटायर हुए थे. रिटायरमेंट के दौरान उसके पिता को काफी राशि मिली थी. कहीं ना कहीं नवनीत की नजर रामबाबू के पिता के रिटायरमेंट की राशि पर थी.
ये भी पढ़ें- 30 फीसदी तक हवाई सेवा महंगी होने पर बोले यात्री-घरेलू बजट पर पड़ा बड़ा असर
सबसे करीबी दोस्त ने ही घटना को दिया अंजाम
कहीं ना कहीं रामबाबू के सबसे करीबी दोस्त नवनीत ने उसके पिता के रिटायरमेंट की राशि की रकम रामबाबू को अपहरण कर वसूलने की कोशिश की. पर जैसे ही नवनीत को यह जानकारी हुई कि रामबाबू के अपहरण की जानकारी उसके परिजनों और रामबाबू के परिजनों को हो गई है, तो मौके पर मौजूद नवनीत ने अपने अन्य तीन साथियों के साथ मिलकर 30 जनवरी को ही रामबाबू की हत्या सोनपुर इलाके में कर दी. उसके बाद उसके शव को सोनपुर से चार पहिया वाहन में लाद कर बेतिया इलाके में फेंक दिया था. पर यहां सबसे बड़ा सवाल यह उठ खड़ा हो रहा है कि सोनपुर से चार पहिया वाहन में अपने अन्य साथियों के साथ बेतिया तक पहुंचता है और पुलिस की नजर अपराधियों पर नहीं पड़ी. आखिरकार पुलिसिया आला अधिकारी के द्वारा किए जा रहे दावे इस मामले में कहीं न कही खोखले नजर आ रहे हैं.