पटना: बोचहां उपचुनाव परिणाम (Bochaha By Election Results) आते ही प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया है. राष्ट्रीय शोषित समाज दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री और नागमणि (Former Union Minister Nagmani) ने कहा कि बोचहां में आरजेडी प्रत्याशी अमर पासवान की जीत से तेजस्वी यादव को अधिक उत्साहित होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अगड़ी जाति के लोगों ने बीजेपी से नाराज होकर उनको वोट किया है. वहीं, एनडीए की हार पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पद छोड़ देना चाहिए.
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आरजेडी को मिला भूमिहार वोटरों का साथ: विधान परिषद चुनाव के बाद बोचहां उपचुनाव में भी तेजस्वी यादव का 'ए टू जेड' वाला फॉर्मूला हिट साबित हुआ है. माना जा रहा है कि बीजेपी से नाराज भूमिहार मतदाताओं ने बड़ी संख्या में आरजेडी को वोट किया है. काफी संख्या में ब्रह्मर्षि समाज के युवा पीला गमछा पहनकर पहली बार आरजेडी को वोट देते देखे गए. इससे पहले भूमिहार नेता आशुतोष कुमार समेत कई लोगों ने आरजेडी के पक्ष में कैंपेन भी किया था. वहीं नागमणि ने कहा कि भूमिहार समाज एनडीए से नाराज चल रहा है. इस वजह से उनका वोट आरजेडी की तरफ शिफ्ट हुआ है. यही वजह है कि इस बार चुनाव में आरजेडी की वहां जीत हुई है लेकिन वह आने वाले दिनों में एक नया राजनीतिक और सामाजिक समीकरण लेकर आ रहे हैं, जो प्रदेश की राजनीति बदल देगी.
नीतीश कुमार से मांगा इस्तीफा: नागमणि ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश कुमार की सरकार में लॉ एंड ऑर्डर प्रदेश में फेल हो चुका है. इसकी बानगी है कि सीएम की सुरक्षा में हाल के दिनों में लगातार दो बार सुरक्षा में चूक हुई है. उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश में सीएम ही सुरक्षित नहीं है, वहां जनता कितनी सुरक्षित होगी. मुख्यमंत्री अब सत्ता संभल नहीं रही है, ऐसे में उन्हें स्वतः त्यागपत्र देकर मुख्यमंत्री पद छोड़ देना चाहिए.
लाउडस्पीकर बैन पर बोले नागमणि: वहीं इन दिनों जिस प्रकार से मस्जिद से लाउडस्पीकर बैन करने की मांग की जा रही है, उस पर नागमणि ने कहा है कि यह सरासर गलत है. 'हिंदू-मुस्लिम-सिख-ईसाई, आपस में हम भाई-भाई' का जो नारा है, यह मांग उसके खिलाफ है. ऐसे में वह सरकार से मांग करेंगे कि जो लोग भी इस प्रकार की मांग कर रहे हैं, वह देशद्रोही है और उन लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाए क्योंकि देश संविधान से चलता है और संविधान में कहीं भी ऐसा नहीं लिखा है कि मस्जिद से लाउडस्पीकर नहीं बजेंगे.
बोचहां में आरजेडी ने लहराया परचम: उपचुनाव में सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी पार्टी आरजेडी के बीच सीधा मुकाबला था. वीआईपी पार्टी मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने में जुटी थी. लेकिन बोचहां की जनता ने मुसाफिर पासवान के पुत्र और राजद उम्मीदवार अमर पासवान को विधायक चुना. उपचुनाव में दो छोटे दलों ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के शीर्ष नेताओं को मुश्किल में डाल दिया. जदयू के चलते जहां चिराग पासवान को एनडीए छोड़ना पड़ा वहीं भाजपा के चलते मुकेश सहनी को एनडीए छोड़ना पड़ा. उपचुनाव में दोनों दलों ने पैंतरा बदला और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को सीट गंवानी पड़ी. अमर पासवान को मिले 82562 वोट, बीजेपी की बेबी कुमारी को 45909 वोट और वीआईपी की गीता कुमारी को 29279 वोट मिले हैं.
एनडीए को झटका: बोचहां विधानसभा सीट को लेकर एनडीए में बवंडर खड़ा हुआ और अब नतीजे भी सामने आ गए. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में कलह की वजह से सीट राजद के खेमे में चली गई. बड़े मतों के अंतर से एनडीए को हार का सामना करना पड़ा है. दरअसल भाजपा और वीआईपी बोचहां सीट को लेकर उलझ गई. जिद में मुकेश सहनी को जहां मंत्री पद गंवाना पड़ा, वहीं एनडीए को सीटिंग सीट से हाथ धोना पड़ा. 2024 लोकसभा चुनाव से पहले बोचहां उपचुनाव के नतीजे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के नेताओं के लिए खतरे की घंटी है. बड़े मतों के अंतर से मिली शिकस्त ने भाजपा नेताओं के चेहरे पर शिकन ला दी है.
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