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बिहार के पूर्व मंत्री रमई राम का निधन, पटना के मेदांता में ली आखिरी सांस

दुखद खबर राजनीतिक जगत से आ रही है. बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और कद्दावर नेता रमई राम (Former Minister Ramai Ram) का पटना के मेदांता अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया. वो पिछले कई महीनों से बीमार चल रहे थे. उनके निधन से राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर है.

Ramai Ram Passed Away
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Published : Jul 14, 2022, 1:57 PM IST

Updated : Jul 14, 2022, 4:13 PM IST

पटना: पूर्व मंत्री रमई राम (Ramai Ram Passed Away) का पटना में इलाज के दौरान निधन हो गया है. उनका पटना के मेदांता अस्पताल (Medanta Hospital Patna) में इलाज चल रहा था. रमई राम मुजफ्फरपुर के बोचहां से 9 बार विधायक चुने गए थे और वे लालू और नीतीश दोनों सरकार में मंत्री पद संभाला चुके थे.हाल ही में बोचहां विधानसभा के उपचुनाव में उनकी बेटी वीआईपी पार्टी से प्रत्याशी बनी थी. रमई राम के निधन पर कई राजनेताओं ने शोक जताया है. रमई राम का जन्म 1जनवरी 1944 को हुआ था.

पढ़ें- राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हुए पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह, अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब

राजद कार्यालय में झुकाया गया पार्टी का झंडा: रमई राम के निधन के बाद राजद प्रदेश कार्यालय में लगे पार्टी के झंडे को शोक में आधा झुका दिया गया है. रमई राम लगभग 20 सालों तक राज्य सरकार के अलग-अलग विभागों में मंत्री भी रह चुके थे. रमई राम उन चुनिंदा नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने बिहार विधानसभा में अब तक सबसे अधिक समय तक प्रतिनिधित्व किया हुआ था. रमई राम ने 1969 से अपने राजनीतिक सफर का आगाज किया था, तब उन्होंने वार्ड पार्षद का चुनाव मुजफ्फरपुर नगरपालिका के चुनाव में वार्ड 13 से लड़ा था. इस चुनाव में उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी राम संजीवन ठाकुर को हराया था. इसके बाद उन्होंने 1972 में विधानसभा चुनाव में बोचहा सुरक्षित सीट पर अपनी किस्मत आजमाई और निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर खड़े हुए, इस चुनाव में उनको जीत मिली थी.

लालू यादव के साथ रमई राम (फाइल)
लालू यादव के साथ रमई राम (फाइल)

काफी मिलनसार थे रमई राम- नीतीश कुमार: रमई राम के निधन पर बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी शोक संवेदना में कहा, 'उन्‍होंने मंत्रिमंडल सहयोगी के रूप में कुशलतापूर्वक अपनी जिम्‍मेदारी का निर्वहन किया था. वे अपने क्षेत्र में काफी लोकप्रिय थे. कुशल राजनेता एवं समाजसेवी थे. दलितों एवं वंचितों के उत्‍थान के लिए वे लगातार सक्रिय रहे. वह मिलन सार व्‍यक्ति थे. उनसे हमारा पुराना रिश्‍ता था.'

नीतीश कुमार के साथ रमई राम (फाइल)
नीतीश कुमार के साथ रमई राम (फाइल)

तेजस्वी ने प्रकट की शोक संवेदना: पूर्व मंत्री रमई राम के निधन पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दुख प्रकट किया है. तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा है कि 'वरिष्ठ समाजवादी नेता, पूर्व मंत्री और 9 बार विधायक रहे आदरणीय श्री रमई राम जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ. वो एक कर्मठ और समर्पित राजनेता एवं सामाजिक कार्यकर्ता थे. ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति एवं परिवार को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे. ॐ शांति ॐ'

ललन सिंह ने प्रकट किया दुख: वहीं जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भी शोक प्रकट किया है. उन्होंने कहा "बिहार सरकार के पूर्व मंत्री श्री रमई राम जी के निधन की दुःखद खबर मिली है. उनका संपूर्ण जीवन दलित उत्थान के लिये समर्पित रहा है. उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है. भगवान दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोक-संतप्त परिजनों को संबल प्रदान करें."

मुकेश सहनी के साथ रमई राम (फाइल)
मुकेश सहनी के साथ रमई राम (फाइल)

9 बार बोचहां से विधायक रहे थे रमई राम: रमई राम बोचहां सीट से तीन बार राजद के टिकट, एक बार जेडीयू के टिकट, दो बार जनता दल के टिकट और इसके अलावा तीन अन्य दलों के प्रत्याशी के रूप में विधायकी का चुनाव जीत चुके हैं. इसके साथ ही वह 5 बार बिहार में मंत्री भी रहे हैं. लेकिन साल 2015 और 2020 में लगातार दो बार उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा. 2015 में यहां निर्दलीय प्रत्याशी बेबी कुमारी ने इन्हें सियासी पटखनी दी तो वहीं 2020 में विकासशील इंसान पार्टी के मुसाफिर पासवान के हाथों उन्हें हार झेलनी पड़ी.

पटना: पूर्व मंत्री रमई राम (Ramai Ram Passed Away) का पटना में इलाज के दौरान निधन हो गया है. उनका पटना के मेदांता अस्पताल (Medanta Hospital Patna) में इलाज चल रहा था. रमई राम मुजफ्फरपुर के बोचहां से 9 बार विधायक चुने गए थे और वे लालू और नीतीश दोनों सरकार में मंत्री पद संभाला चुके थे.हाल ही में बोचहां विधानसभा के उपचुनाव में उनकी बेटी वीआईपी पार्टी से प्रत्याशी बनी थी. रमई राम के निधन पर कई राजनेताओं ने शोक जताया है. रमई राम का जन्म 1जनवरी 1944 को हुआ था.

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राजद कार्यालय में झुकाया गया पार्टी का झंडा: रमई राम के निधन के बाद राजद प्रदेश कार्यालय में लगे पार्टी के झंडे को शोक में आधा झुका दिया गया है. रमई राम लगभग 20 सालों तक राज्य सरकार के अलग-अलग विभागों में मंत्री भी रह चुके थे. रमई राम उन चुनिंदा नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने बिहार विधानसभा में अब तक सबसे अधिक समय तक प्रतिनिधित्व किया हुआ था. रमई राम ने 1969 से अपने राजनीतिक सफर का आगाज किया था, तब उन्होंने वार्ड पार्षद का चुनाव मुजफ्फरपुर नगरपालिका के चुनाव में वार्ड 13 से लड़ा था. इस चुनाव में उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी राम संजीवन ठाकुर को हराया था. इसके बाद उन्होंने 1972 में विधानसभा चुनाव में बोचहा सुरक्षित सीट पर अपनी किस्मत आजमाई और निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर खड़े हुए, इस चुनाव में उनको जीत मिली थी.

लालू यादव के साथ रमई राम (फाइल)
लालू यादव के साथ रमई राम (फाइल)

काफी मिलनसार थे रमई राम- नीतीश कुमार: रमई राम के निधन पर बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी शोक संवेदना में कहा, 'उन्‍होंने मंत्रिमंडल सहयोगी के रूप में कुशलतापूर्वक अपनी जिम्‍मेदारी का निर्वहन किया था. वे अपने क्षेत्र में काफी लोकप्रिय थे. कुशल राजनेता एवं समाजसेवी थे. दलितों एवं वंचितों के उत्‍थान के लिए वे लगातार सक्रिय रहे. वह मिलन सार व्‍यक्ति थे. उनसे हमारा पुराना रिश्‍ता था.'

नीतीश कुमार के साथ रमई राम (फाइल)
नीतीश कुमार के साथ रमई राम (फाइल)

तेजस्वी ने प्रकट की शोक संवेदना: पूर्व मंत्री रमई राम के निधन पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दुख प्रकट किया है. तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा है कि 'वरिष्ठ समाजवादी नेता, पूर्व मंत्री और 9 बार विधायक रहे आदरणीय श्री रमई राम जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ. वो एक कर्मठ और समर्पित राजनेता एवं सामाजिक कार्यकर्ता थे. ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति एवं परिवार को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे. ॐ शांति ॐ'

ललन सिंह ने प्रकट किया दुख: वहीं जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भी शोक प्रकट किया है. उन्होंने कहा "बिहार सरकार के पूर्व मंत्री श्री रमई राम जी के निधन की दुःखद खबर मिली है. उनका संपूर्ण जीवन दलित उत्थान के लिये समर्पित रहा है. उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है. भगवान दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोक-संतप्त परिजनों को संबल प्रदान करें."

मुकेश सहनी के साथ रमई राम (फाइल)
मुकेश सहनी के साथ रमई राम (फाइल)

9 बार बोचहां से विधायक रहे थे रमई राम: रमई राम बोचहां सीट से तीन बार राजद के टिकट, एक बार जेडीयू के टिकट, दो बार जनता दल के टिकट और इसके अलावा तीन अन्य दलों के प्रत्याशी के रूप में विधायकी का चुनाव जीत चुके हैं. इसके साथ ही वह 5 बार बिहार में मंत्री भी रहे हैं. लेकिन साल 2015 और 2020 में लगातार दो बार उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा. 2015 में यहां निर्दलीय प्रत्याशी बेबी कुमारी ने इन्हें सियासी पटखनी दी तो वहीं 2020 में विकासशील इंसान पार्टी के मुसाफिर पासवान के हाथों उन्हें हार झेलनी पड़ी.

Last Updated : Jul 14, 2022, 4:13 PM IST
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