पटना: गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. गंगा में बढ़ते जलस्तर से पटना के गंगा तटवर्ती इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन रहे हैं. ऐसे में पटना के गंगा नदी के तटवर्ती इलाके में बसे लोगों को बाढ़ जैसे हालात का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में बाढ़ का जायजा लिया पटना संवादाता शशि तुलस्यान ने. देखिए एक ग्राउंड रिपोर्ट:
20 से अधिक घरों में घुसा बाढ़ का पानी
पटना के बिंद टोली गांव में 20 से अधिक घरों में बाढ़ का पानी घुस आया है. जिससे जनजीवन बेहाल हो चुका है. पटना के बिंदटोली गांव में 2 हजार से अधिक की आबादी है. यहां बाढ़ जैसे हालात का नजारा पहली बार नहीं है. बल्कि हर साल यहां के लोगों को बाढ़ का सामना करना पड़ता है.
हमेशा डर के माहौल में रहते हैं लोग
दरअसल, पटना दीघा पुल निर्माण के दौरान हजारों लोगों को विस्थापित कर यहां बिंद टोली में बसाया गया था. लेकिन सरकारी सुविधाओं से आज भी ये लोग महरुम हैं. बाढ़ आने पर लोगों का दिन तो जैसे तैसे कट जाता है. लेकिन रात में बहुत मुश्किल होती है. जिसकी वजह से यहां के लोग हमेशा डर के माहौल में रहते हैं. घर से निकलने के लिए मात्र नाव ही एक सहारा है.
क्या कहते हैं बाढ़ पीड़ित
बाढ़ पीड़ित बताते हैं कि अगर रात में किसी के साथ इमरजेंसी हो जाए, तो अस्पताल ले जाना मुश्किल हो जाएगा. रात में नाव नहीं चलती है. जिला प्रशासन के तमाम दावे बिंद टोली में खोखले साबित हो रहे हैं. जिला प्रशासन ने दावा किया था कि पटना के आसपास के इलाकों में बाढ़ राहत शिविर चलाया जाएगा. लेकिन अभी तक सरकार का कोई भी नुमाइंदा इस गांव में नहीं पहुंचा है. 2016 से ही बिंद टोली गांव के लोग बाढ़ का सामना करते नजर आ रहे हैं. लेकिन सरकार आज तक इनकी समस्याओं का निदान नहीं कर पायी है.