पटना: राजधानी के आईजीआईएमएस में रैगिंग का मामला (Ragging case in IGIMS Patna) सामने आया है. आईआईएमएस की फर्स्ट ईयर की छात्रा ने सेकंड ईयर के 8 छात्र छात्राओं पर रैगिंग करने का कंप्लेन नेशनल मेडिकल कमीशन (National Medical Commission) में किया है. छात्रा की कंप्लेंट को संज्ञान में लेते हुए एनएमसी ने आईजीआईएमएस से 3 दिनों के अंदर इस पर जवाब मांगा है. छात्रा ने एनएमसी को पत्र लिखकर शिकायत की थी कि उसके सीनियर स्टूडेंट जिसमें छात्र और छात्राएं दोनों शामिल हैं, 8 की संख्या में है. यह सीनियर्स उसे देर रात फोन करके डांस करने को कहते हैं इतना ही नहीं विरोध करने पर गाली गलौज भी करते हैं.
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एक्शन में आया एंटी रैगिंग कमिटी: छात्रा का आरोप है कि सीनियर्स उसे बिना अनुमति यूनिफार्म नहीं पहने का भी दबाव बनाते हैं. एनएमसी से लेटर मिलने के बाद कॉलेज का एंटी रैगिंग कमिटी एक्शन में आ गया है और आरोपी छात्र-छात्राओं की पहचान करने के साथ ही पीड़ित छात्रा का भी पता लगाने का काम कर रहा है. कमेटी की माने तो घटना की पुष्टि होने पर आरोपी स्टूडेंट से छात्रा के आरोप पर जवाब मांगा जाएगा और जवाब संतोषजनक नहीं होने पर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.
"अब तक पीड़ित छात्रा की पहचान नहीं हो पाई है, लेकिन जल्द ही पता लगा लिया जाएगा और उसकी बातों को सुना जाएगा. छात्रा ने जिन पर आरोप लगाया है उनकी भी पहचान की जा रही है. कॉलेज में भी एंटी रैगिंग कमेटी है लेकिन छात्रा ने कॉलेज में कोई कंप्लेन नहीं किया है. यह मामला नेशनल मेडिकल कमीशन की ओर से पत्र मिलने के बाद सामने आया है. मामले को कॉलेज प्रबंधन ने काफी गंभीरता से लिया है और जांच की जा रही है."- डॉ नम्रता कुमारी, गर्ल्स हॉस्टल वार्डन, आईजीआईएमएस
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