पटना: बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है. शीतकालीन सत्र के पहले दिन वित्तीय वर्ष 2023-24 का द्वितीय अनुपूरक बजट सदन में पेश होगा. जिस पर 9 नवंबर को सदन में चर्चा होगी. चर्चा के बाद सरकार सदन से उसे पास करवाएगी. आज शोक प्रस्ताव भी पेश होगा और सदस्यों की तरफ से श्रद्धांजलि दी जाएगी. हालांकि पहले ही दिन बीजेपी विधायकों ने विधानसभा पोर्टिको में जमकर नारेबाजी की. सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्षी सदस्यों ने अलग-अलग मुद्दों को लेकर प्रदर्शन किया. दागी मंत्रियों को हटाने से लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से इस्तीफे की मांग की.
"भारतमाला योजना के तहत नेपाल बॉर्डर के इलाके में सड़क का निर्माण होना है. उसके लिए जमीन सरकार नहीं दे रही है, क्योंकि तीनों विधायक उस क्षेत्र में बीजेपी के हैं. भारतमाला योजना के तहत केंद्र सरकार सड़क निर्माण के लिए स्वीकृति दे चुकी है और राशि भी दे रही है लेकिन बिहार सरकार मदद नहीं कर रही है. इस सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है"- पवन जायसवाल, विधायक, बीजेपी
सीएम का विधानसभा में स्वागत: इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब विधानसभा पहुंचे तो बिहार सरकार के कई मंत्रियों ने उनका स्वागत किया. विधानसभा पोर्टिको में पहले से ही वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी और ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार समेत महागठबंधन के कई मंत्री और विधायक मौजूद थे. राज्य के डीजीपी आरएस भट्ठी भी विधानसभा परिसर में मौजूद थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी का हंसते हुए अभिवादन स्वीकार किया और फिर मीडिया की तरफ हाथ हिलाकर अभिवादन किया. सीएम उसके बाद विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी के चेंबर में गए और उनको गुलदस्ता भेंट किया.
विधानसभा में पेश हो सकती है जातीय सर्वे रिपोर्ट: विधानसभा में सबकी नजर जातीय गणना रिपोर्ट पर भी होगी, क्योंकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि जब भी सत्र शुरू होगा, तभी सर्वे रिपोर्ट पेश की जाएगी. ऐसे में देखने होगा कि सरकार जाति आधारित गणना की रिपोर्ट पेश करती है या नहीं.
जातीय सर्वे रिपोर्ट और शिक्षक भर्ती पर हंगामे के आसार: ऐसे तो आज प्रश्नकाल नहीं होगा लेकिन विपक्ष की ओर से कई मुद्दों पर सरकार को सदन के बाहर और सदन के अंदर घेरने की तैयारी है. ऐसे में सदन की कार्यवाही आज से ही हंगामेदार होने के पूरे आसार हैं. कानून व्यवस्था, जातीय गणना और शिक्षक बहाली जैसे मुद्दों पर सत्ता पक्ष और विपक्ष एक-दूसरे के सामने होगा.
10 नवंबर तक चलेगा शीतकालीन सत्र: बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र इस बार 10 नवंबर तक चलेगा. 5 दिनों का छोटा सत्र है. सरकार की ओर से दो दिन राजकीय विधायक और अन्य राजकीय कार्य के लिए समय रखा गया है. वहीं 10 नवंबर को गैर सरकारी संकल्प पर चर्चा होगी लेकिन 7 नवंबर से प्रश्न काल शुरू हो जाएगा. जिसमें सदस्यों को अपने प्रश्न सदन में उठाने का मौका मिलेगा और सरकार से उसका जवाब लेंगे.
दिवाली-छठ से पहले शीतकालीन सत्र: आमतौर पर बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र दिवाली और छठ के बाद नवंबर के अंतिम सप्ताह में या फिर दिसंबर के पहले सप्ताह में आयोजित होता है लेकिन इस बार दिवाली और छठ से पहले नवंबर के पहले सप्ताह में ही आयोजित हो रहा है. इसके कारण भी कई तरह के राजनीतिक कयास लगाए जा रहे हैं.
ये भी पढ़ें: Bihar Assembly Winter Session: जातीय सर्वे रिपोर्ट पर सरकार को घेरने के मूड में विपक्ष, 6 नवंबर से शुरू हो रहा सत्र