नई दिल्ली/पटना: बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के साथ बैठक सकारात्मक रही है. जातीय जनगणना (Caste Census) की मांग हम लोगों ने की है. जातीय जनगणना पर विस्तार से चर्चा हुई है. पीएम मोदी ने ध्यान पूर्वक हम लोगों की बातों को सुना है. उम्मीद है कि केंद्र सरकार जातीय जनगणना कराएगी.
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''तेजस्वी यादव ने कहा कि जातीय जनगणना बहुत जरूरी है. यह समय की मांग है. इसको कराने में देर नहीं करना चाहिए. जातीय जनगणना होगी तो हर कमजोर वर्ग की जातियों की वास्तविक संख्या के आधार पर विकास योजनाओं को बनाने में मदद मिलेगी. सभी लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सकेगा. जातीय जनगणना हो ताकि पता चले कि किसकी कितनी संख्या है.''- तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष बिहार
तेजस्वी यादव ने कहा कि समाज के हर वर्ग का विकास हो यह हम लोग चाहते हैं इसलिए यह जरूरी है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अगर नहीं कराएगी तो बिहार में नीतीश कुमार इसको कराएं. हम लोग इस मुद्दे पर उनका साथ देंगे. जातीय जनगणना पर बिहार में सभी दल एकजुट हैं. जब जानवर, पेड़, पौधों की गिनती हो सकती है तो फिर जातीय जनगणना क्यों नहीं हो सकती है.
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बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, पूर्व सीएम जीतन राम मांझी, वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी, बिहार एम आई एम प्रमुख अख्तरुल इमान, कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा, वाम दल के नेता भी पीएम मोदी के साथ बैठक की. सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की है. प्रधानमंत्री कार्यालय में बैठक हुई है.
लेकिन, बीजेपी जातीय जनगणना के पक्ष में नहीं है. बीजेपी का तर्क है कि केंद्र सरकार हर वर्ग के लोगों का विशेष ख्याल रख रही है. जातीय जनगणना से समाज में तनाव होगा. जातीय जनगणना पर बीजेपी और जदयू में तकरार भी देखने को मिल चुका है. वैसे आज के प्रतिनिधि मंडल में बिहार में बीजेपी कोटे के मंत्री जनक राम भी थे.