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जहरीली शराब पीने से मौत के नहीं हैं कोई सबूत: मद्य निषेध विभाग के उत्पाद आयुक्त

बिहार में जहरीली शराब पीकर मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इस बीच मद्य निषेध विभाग के उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी (Excise Commissioner B Kartikey Dhanji) ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि मरने वाले लोग शराब पीकर मरे है या नहीं, इस बात का विभाग के पास अभी कोई साक्ष्य नहीं है. पढ़ें परी खबर..

मद्य निषेध विभाग
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Published : Mar 21, 2022, 10:41 PM IST

पटना: बिहार में जहरीली शराब से लोगों की मौत (People died due to poisonous Liquor in Bihar) होने के बाद से प्रशासन लीपापोती में लगा है. सोमवार को पटना में मद्य निषेध विभाग के आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने कहा कि बांका, भागलपुर और मधेपुरा में हुई संदिग्ध मौतों की जांच अभी जारी है. अभी केवल प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सामने आई है. अभी यह नहीं कह सकते कि सभी की मौतें जहरीली शराब पीने से हुई है. इसको लेकर विभाग को अभी तक कोई साक्ष्य नहीं मिला है. जांच के बाद ही स्पष्ट रूप से कुछ कहा जा सकता है.

यह भी पढ़ें: Bihar hooch tragedy: भागलपुर में अब तक 22 लोगों की संदिग्ध मौत, लीपापोती में लगा प्रशासन

प्रारंभिक जांच चल रही है: आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने कहा कि अभी पुलिस ने प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सौंपी है. ऐसे में विभाग जांच पर नजर बनाए हुए है. उन्होंने कहा कि मधेपुरा में जिन लोगों की मौत हुई है उनके परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से पहले अंतिम संस्कार कर दिया. ऐसे में उनकी मौत किन वजहों से हुई है, इस पर कुछ कहना पाना मुश्किल है. इधर, पटना में अवैध अंग्रेजी शराब की तीन फैक्ट्रियों के पकड़े जाने के सवाल पर कहा कि फिलहाल जांच चल रही है. विभाग इस बात पर जानकारी जुटा रही है कि किस पैमाने पर इन फैक्ट्रियों में शराब तैयार करवाई जा रही थी.

जहरीली शराब पीने से मौत: बता दें कि बांका, भागलपुर और मधेपुरा में कई लोगों की मौत संदिग्ध रूप से हो गई. चर्चा में है कि सभी मौतें जहरीली शराब पीने से हुई है. हालांकि अभी तक इस मामले पर सरकार की तरफ से किसी प्रकार की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. इससे पहले पटना पुलिस मुख्यालय ने संवाददाता सम्मेलन कर यह बताया कि प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में कुल 13 लोगो की मौत गंभीर बीमारी के कारण हुई है. जिसके बाद से सरकार और प्रशासन पर मामले का लीपापोती करने का आरोप लग रहा है.

यह भी पढ़ें: होली में धड़ल्ले से बिकी बिहार में शराब.. 72 घंटे में अब तक 41 लोगों की संदिग्ध मौत

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पटना: बिहार में जहरीली शराब से लोगों की मौत (People died due to poisonous Liquor in Bihar) होने के बाद से प्रशासन लीपापोती में लगा है. सोमवार को पटना में मद्य निषेध विभाग के आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने कहा कि बांका, भागलपुर और मधेपुरा में हुई संदिग्ध मौतों की जांच अभी जारी है. अभी केवल प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सामने आई है. अभी यह नहीं कह सकते कि सभी की मौतें जहरीली शराब पीने से हुई है. इसको लेकर विभाग को अभी तक कोई साक्ष्य नहीं मिला है. जांच के बाद ही स्पष्ट रूप से कुछ कहा जा सकता है.

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प्रारंभिक जांच चल रही है: आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने कहा कि अभी पुलिस ने प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सौंपी है. ऐसे में विभाग जांच पर नजर बनाए हुए है. उन्होंने कहा कि मधेपुरा में जिन लोगों की मौत हुई है उनके परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से पहले अंतिम संस्कार कर दिया. ऐसे में उनकी मौत किन वजहों से हुई है, इस पर कुछ कहना पाना मुश्किल है. इधर, पटना में अवैध अंग्रेजी शराब की तीन फैक्ट्रियों के पकड़े जाने के सवाल पर कहा कि फिलहाल जांच चल रही है. विभाग इस बात पर जानकारी जुटा रही है कि किस पैमाने पर इन फैक्ट्रियों में शराब तैयार करवाई जा रही थी.

जहरीली शराब पीने से मौत: बता दें कि बांका, भागलपुर और मधेपुरा में कई लोगों की मौत संदिग्ध रूप से हो गई. चर्चा में है कि सभी मौतें जहरीली शराब पीने से हुई है. हालांकि अभी तक इस मामले पर सरकार की तरफ से किसी प्रकार की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. इससे पहले पटना पुलिस मुख्यालय ने संवाददाता सम्मेलन कर यह बताया कि प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में कुल 13 लोगो की मौत गंभीर बीमारी के कारण हुई है. जिसके बाद से सरकार और प्रशासन पर मामले का लीपापोती करने का आरोप लग रहा है.

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