पटना: बिस्कोमान कर्मचारी संघ बिहार-झारखंड के कई कर्मचारियों और सेवानिवृत्त कर्मचारियों को वर्षों से वेतन भुगतान नहीं किया गया है. इसके साथ ही न ही उनके वेतन से कटौती हुए पैसे जो ईपीएफओ में जमा हैं. उसे भी नहीं दिया जा रहा है. जिसकी वजह से उनके परिवार को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
कर्मचारी काट रहे कार्यालय का चक्कर
बिस्कोमान कर्मचारी संघ के बैनर तले कई संख्या में सेवानिवृत्त कर्मचारी ईपीएफओ कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं. उनके वेतन से कटौती हुए पैसे भी उन्हें नहीं मिल पा रहा है. जिस वजह से उन्होंने बिस्कोमान के अध्यक्ष वर्तमान आरजेडी के एमएलसी सुनील सिंह के ऊपर मिलीभगत का आरोप लगाया है.
कई ऐसे कर्मचारी जो सेवानिवृत्त होने के बाद भी उनके पैसे नहीं मिले हैं और उनकी मृत्यु भी हो गई है. उसके बावजूद भी अब तक उनके परिवार के सदस्यों को उनके माध्यम से किए गए कार्य का पैसा नहीं मिल पा रहा है. -जय प्रकाश सिंह, सेवानिवृत्त कर्मचारी
सीबीआई से जांच कराने की कही बात
बिस्कोमान के सेवानिवृत्त कर्मचारी ने कहा है कि 50,000 करोड़ के सरकारी संपत्ति से मुक्ति और भ्रष्टाचार की जांच सीबीआई के माध्यम से करना चाहिए. बिस्कोमान अध्यक्ष के मनमानी के अनुसार नियमित कर्मचारियों को आज तक चतुर्थ वेतनमान पर वेतन भुगतान नहीं किया गया है. इसके साथ ही दुर्भाग्यवश किसी कर्मचारी की मृत्यु पर कबीर अंत्येष्टि के तहत 1 रुपये का बिल भुगतान भी नहीं किया जाता है.
2007 से नहीं हुआ भुगतान
कई कर्मचारियों को जो सेवानिवृत्त हो गए हैं. उनका 2007 से ही वेतन भुगतान नहीं हो पाया है. वहीं, कई कर्मचारियों को पिछले चार-पांच वर्षों का वेतन भुगतान नहीं मिला है. बिस्कोमान के रिटायर्ड कर्मचारियों का आरोप है कि वर्ष 2016 से 20 तक प्रलोभन देकर विभिन्न पदों पर लगभग 1,000 कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है. जिसमें 2 वर्षों बाद वेतनमान देना था लेकिन उन सभी कर्मचारियों को आज तक वेतनमान नहीं दिया गया है. बल्कि उल्टा धमकी दिया जाता है कि वेतन की मांग करने पर बिस्कोमान से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा.