पटना: बिहार में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं. लेकिन जब बीजेपी और जदयू ने इसकी तैयारी शुरू की, तो तेजस्वी ने हमला बोल दिया. ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में, जब तेजस्वी यादव से पूछा गया कि समय से चुनाव होने चाहिए. तो उन्होंने कहा कि इस बारे में चुनाव आयोग जब सवाल पूछेगा, तब जवाब देंगे. फिलहाल, तो हमें मजदूरों की चिंता है, जो भूखे प्यासे हैं और जिनके पास रोजगार नहीं है.
गोपालगंज गोली कांड के आरोपी जदयू विधायक पप्पू पांडेय की गिरफ्तारी की मांग करते हुए तेजस्वी यादव ने एक बार फिर बिहार पुलिस पर सवाल खड़े किए हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि पप्पू पांडेय आदतन अपराधी है. उस पर पहले से भी कई मामले दर्ज हैं. यहां तक कि बीजेपी के नेताओं की हत्या का आरोप भी पप्पू पांडेय पर है. लेकिन अब तक पुलिस ने उस पर हाथ नहीं डाला है. न जाने बीजेपी ने चुप्पी क्यों साध रखी है. तेजस्वी ने इशारा किया है कि अगर बिहार में उनकी बात नहीं सुनी जाती, तो वे दिल्ली कूच करने के लिए तैयार हैं.
कब होगी कार्रवाई?- तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार गोपालगंज मामले पर लीपापोती करने में लगी है. एसटीएफ का गठन इसीलिए किया गया है. उन्होंने यूपी एसटीएफ की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि अमरेंद्र पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय ने बीजेपी नेताओं की हत्या की है. बीजेपी अपने लोगों को न्याय नहीं दिला पा रही है. आम लोगों को क्या इंसाफ दिलाएगी.
कैसे दूर हो मजदूरों की परेशानी- तेजस्वी
तेजस्वी ने कहा कि हम सरकार से सवाल करना चाहते हैं कि अगर आपने एसटीएफ का गठन किया है, तो समय सीमा क्या है. एसटीएफ की जांच कब तक पूरी होगी. सरकार क्यों पप्पू पांडेय को बचाने का प्रयास कर रही है. यह जवाब नीतीश कुमार को देना चाहिए. वहीं, बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर तेजस्वी ने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि अगर यह सवाल चुनाव आयोग, पूछेगा तब जवाब देंगे. फिलहाल, हमारा ध्यान इस बात पर है कि कैसे प्रवासी मजदूरों की परेशानियां कम हों, उन्हें रोजगार मिले और उन्हें भूखे न सोना पड़े.
गौरतलब है कि 9 जून को बीजेपी ने अमित शाह की डिजिटल रैली का ऐलान किया है. तेजस्वी यादव ने इसका विरोध करते हुए कहा कि हम 9 जून को गरीब अधिकार दिवस मनाएंगे. बीजेपी को सबसे पहले यह सोचना चाहिए कि किस तरह प्रवासी मजदूरों की समस्या कम हो. लेकिन वो चुनाव की तैयारी में लग गई है.