पटना: बिहार के चर्चित यूट्यूबर मनीष कश्यप तमिलनाडु मामले में गिरफ्तार (Manish Kashyap Arrested in Tamil Nadu Case) होने के बाद से लगातार आर्थिक अपराध इकाई की रिमांड पर चल रहे हैं. बताया जा रहा है कि पूछताछ के दौरान यूट्यूबर जांच एजेंसियों को लगातार भरमा रहा है. मनीष कश्यप को आर्थिक अपराध इकाई ने चार दिनों के रिमांड पर लिया है लेकिन वो लगातार झूठ बोलकर पुलिस को भटकाने की कोशिश में जुटा है. फिलहाल मनीष कश्यप से सच उगलवाने में EOU के पसीने छूट गए हैं. मनीष अपनी बातों में उन्हें बार-बार उलझाने कोशिश कर रहा है.
ट्रांजिट रिमांड पर लेगी तमिलनाडु पुलिस: आर्थिक अपराध इकाई मनीष कश्यप से पूछताछ कर रही है. पुलिस मनीष कश्यप से षड्यंत्र के बारे में जानना चाहती है लेकिन वह सही जानकारी नहीं दे रहा है. जिस मोबाइल को मनीष कश्यप उपयोग में लाता था पुलिस उसे तलाशने की कोशिश कर रही है. पूछताछ पर मनीष कश्यप ने बताया था कि मोबाइल नोएडा दफ्तर में है. आर्थिक अपराध इकाई की टीम वहां गई थी लेकिन मोबाइल नहीं मिला. जांच एजेंसियों के समक्ष मनीष लगातार एक के बाद एक झूठ बोल रहा है तमिलनाडु पुलिस भी मनीष कश्यप को ट्रांजिट रिमांड पर लेने की तैयारी में है. जैसे ही आर्थिक अपराध इकाई की रिमांड पूरी होगी वैसे ही तमिलनाडु पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर ले लेगी.
क्यों हुई थी गिरफ्तारी: बता दें कि बिहार पुलिस ने 18 मार्च को मनीष कश्यप को गिरफ्तार किया गया था. उसपर आरोप है कि फर्जी वीडियो के जरिए अफवाह फैलाकर दो राज्यों के बीच सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने सजिश कर रहा था. मनीष कश्यप के फैलाए गए अफवाह की वजह से तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के बीच दहशत फैल गई थी. दोनों राज्यों के बीच तनाव भी उत्पन हो गया था. वहीं यूट्यूबर की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने जमकर प्रदर्शन किया. कई इलाकों में आगजनी जैसी घटना को अंजाम दिया गया. साथ ही बिहार बंद का भी सोशल मीडिया पर ट्रेंड चलाया गया था.