पटनाः बीपीएससी पेपर लीक (BPSC Paper Leak Case) मामले में जांच का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है. आर्थिक अपराध इकाई के विशेष सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार जांच एजेंसी एक डीएसपी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. पेपर लीक मामले में संदिग्ध भूमिका सामने आने के बाद यह कार्रवाई की गई है. फिलहाल ईओयू के दफ्तर में उनसे पूछताछ हो रही है.
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बीपीएससी पेपर लीक मामले में डीएसपी गिरफ्तार: सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है, उसके मुताबिक बीपीएससी पेपर लीक मामले की जांच कर रही एसआईटी ने एक बड़ा एक्शन लिया है. एसआईटी ने एक डीएसपी को हिरासत में लिया है. एसआईटी ने बीएसएपी 14 के एक डीएसपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. पेपर लीक मामले में संदिग्ध भूमिका सामने आने के बाद यह कार्रवाई की गई है. अब तक की जांच में डीएसपी के खिलाफ कई अहम सबूत हाथ लगे हैं.
मुख्य आरोपी शक्ति कुमार के हथियार का लाइसेंस रद्द: इससे पहले बीपीएससी प्रश्नपत्र लीक मामले (BPSC Paper Leak Case) में मुख्य सरगना बने शक्ति कुमार (Accused Shakti Kumar Arms License Canceled) का शस्त्र लाइसेंस रद्द कर दिया गया है. साथ ही साथ शस्त्र लाइसेंस जारी करने में पूर्व डीएम के साथ सांठगांठ होने की बात भी सामने आई है. गया के वर्तमान जिला पदाधिकारी के हवाले से दी गई जानकारी में भी शस्त्र लाइसेंस और पूर्व डीएम के साथ बीपीएससी पेपर लीक मामले के मुख्य सरगना शक्ति कुमार के साथ सांठगांठ की बात कही गई है. वर्तमान डीएम ने कहा कि इस तरह से पेपर लीक का मुख्य सूत्रधार शक्ति कुमार और तत्कालीन डीएम की सांठगांठ की पोल खुल गई है. शक्ति कुमार को 21 दिसम्बर 2021 को शस्त्र लाइसेंस निर्गत किया गया था. डीएम ने अपने अवलोकन में यह भी पाया कि शक्ति ने फॉर्म A-1 में व्यवसाय को लेकर जो जानकारी दी थी, वह भी अधूरी थी.
कुर्की जब्ती के मिले आदेशः बीपीएससी पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई द्वारा अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. इनमें से सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति जेडीयू नेता शक्ति कुमार को भी रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है. उम्मीद जताई जा रही है कि इनसे पूछताछ के दौरान कई तरह के और खुलासे हो सकते हैं. ईओयू को इस पूरे मामले में अभियुक्त आनंद गौरव उर्फ पिंटू यादव, प्रयागराज के कपिल देव सरोज और केशव झा की तलाश है. जिनके खिलाफ कुर्की जब्ती का आदेश जारी किया गया है. आर्थिक अपराध इकाई जल्द ही इन चारों फरार अभियुक्तों के घरों की कुर्की जब्ती करेगी.
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वायरल प्रश्न की परीक्षार्थियों ने की थी पुष्टिः आपको बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा के प्रश्न पत्र परीक्षा आरंभ होने से करीब 15 मिनट पहले वायरल (67th BPSC Exam Paper Leak) हो गए थे. वायरल प्रश्न की पुष्टि परीक्षा समाप्त होते ही परीक्षार्थियों ने कर दी थी. इसकी जानकारी सीएमओ को ई-मेल से दी गई थी. मामले को लेकर आयोग ने जांच कमेटी गठित की. कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर परीक्षा को रद्द कर दिया गया था. अब इसकी जांच आर्थिक अपराध इकाई द्वारा की जा रही है. जिसमें कई छात्रों, अधिकारियों और नेताओं के नाम सामने आए हैं.
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