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अब PMCH में 24 घंटे मिलेगी सस्ती कीमतों पर अंग्रेजी दवा

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Published : Nov 26, 2019, 7:14 PM IST

प्रसूति विभाग के बगल में आवंटित अंग्रेजी दवाखाना के मालिक अरविंद कुमार ने बताया कि मामूली गलतियों के कारण उनका लाइसेंस रद्द कर दिया गया था. लाइसेंस रद्द करने के खिलाफ उन्होंने हाई कोर्ट में अर्जी डाली थी. इस मामले में उन्हें जीत मिली है.

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24 घंटे मिलेगी अंग्रेजी दवा

पटनाः सूबे के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में जल्दी ही मरीजों के लिए 24 घंटे सस्ती दरों पर दवाइयां उपलब्ध होगी. बता दें कि राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से चलाए जा रहे अंग्रेजी दवा खाना का पिछले वर्ष मामूली गलतियों के कारण ड्रग इंस्पेक्टर ने लाइसेंस रद्द कर दिया था. जिसके बाद पीएमसीएच में राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार की ओर से आवंटित होने वाले तीनों अंग्रेजी दवाखाना बंद हो गए थे.

'दुकान का लाइसेंस रिन्यू'
प्रसूति विभाग के बगल में आवंटित अंग्रेजी दवाखाना के मालिक अरविंद कुमार ने बताया कि मामूली गलतियों के कारण उनका लाइसेंस रद्द कर दिया गया था. जिस कारण पीएमसीएच परिसर के अंदर मरीजों को 24 घंटे दवाइयों की सुविधा नहीं मिल पा रही थी. लाइसेंस रद्द करने के खिलाफ उन्होंने हाई कोर्ट में अर्जी डाली थी. इस मामले में कुछ दिनों पहले ही उन्हें जीत मिली. उन्होंने कहा कि दुकान का लाइसेंस फिर से रिन्यू हो गया है. जल्द ही दवाइयों का बिक्री शुरू हो जाएगी.

देखें पूरी रिपोर्ट

'सुचारू रूप से चालू होगा काउंटर'
अंग्रेजी दवाखाना में दवाइयों का इंस्टॉलेशन कर रहे संदीप कुमार ने बताया कि पिछले डेढ़ वर्षों से यह दुकान बंद थी. इसके खिलाफ हम लोग हाई कोर्ट गए. जहां से हमें जीत मिली है. हाई कोर्ट से दोबारा लाइसेंस मिल गया है. दुकान के अंदर साफ-सफाई और दवाइयों के इंस्टॉलेशन का काम हो रहा है. उन्होंने कहा इस महीने के अंत तक काउंटर सुचारू रूप से चालू हो जाएगा. जिसके बाद मरीजों को यहां 24 घंटे सस्ती दरों पर अंग्रेजी दवाइयां उपलब्ध होगी.

पटनाः सूबे के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में जल्दी ही मरीजों के लिए 24 घंटे सस्ती दरों पर दवाइयां उपलब्ध होगी. बता दें कि राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से चलाए जा रहे अंग्रेजी दवा खाना का पिछले वर्ष मामूली गलतियों के कारण ड्रग इंस्पेक्टर ने लाइसेंस रद्द कर दिया था. जिसके बाद पीएमसीएच में राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार की ओर से आवंटित होने वाले तीनों अंग्रेजी दवाखाना बंद हो गए थे.

'दुकान का लाइसेंस रिन्यू'
प्रसूति विभाग के बगल में आवंटित अंग्रेजी दवाखाना के मालिक अरविंद कुमार ने बताया कि मामूली गलतियों के कारण उनका लाइसेंस रद्द कर दिया गया था. जिस कारण पीएमसीएच परिसर के अंदर मरीजों को 24 घंटे दवाइयों की सुविधा नहीं मिल पा रही थी. लाइसेंस रद्द करने के खिलाफ उन्होंने हाई कोर्ट में अर्जी डाली थी. इस मामले में कुछ दिनों पहले ही उन्हें जीत मिली. उन्होंने कहा कि दुकान का लाइसेंस फिर से रिन्यू हो गया है. जल्द ही दवाइयों का बिक्री शुरू हो जाएगी.

देखें पूरी रिपोर्ट

'सुचारू रूप से चालू होगा काउंटर'
अंग्रेजी दवाखाना में दवाइयों का इंस्टॉलेशन कर रहे संदीप कुमार ने बताया कि पिछले डेढ़ वर्षों से यह दुकान बंद थी. इसके खिलाफ हम लोग हाई कोर्ट गए. जहां से हमें जीत मिली है. हाई कोर्ट से दोबारा लाइसेंस मिल गया है. दुकान के अंदर साफ-सफाई और दवाइयों के इंस्टॉलेशन का काम हो रहा है. उन्होंने कहा इस महीने के अंत तक काउंटर सुचारू रूप से चालू हो जाएगा. जिसके बाद मरीजों को यहां 24 घंटे सस्ती दरों पर अंग्रेजी दवाइयां उपलब्ध होगी.

Intro:राजधानी पटना के पीएमसीएच अस्पताल परिसर में जल्दी ही मरीजों को 24 घंटे सस्ती दरों पर दवाइयां उपलब्ध होंगी. राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से चलाई जा रही अंग्रेजी दवा खानों का पिछले वर्ष मामूली गलतियों के कारण ड्रग इंस्पेक्टर ने लाइसेंस रद्द कर दिया था. जिसके बाद पीएमसीएच में राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार द्वारा आवंटित तीनों अंग्रेजी दवाखाना बंद हो गए थे और डेढ़ साल से ज्यादा समय से पीएमसीएच में मरीजों को दवाइयां खरीदने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था.


Body:पीएमसीएच के प्रसूति विभाग के बगल में आवंटित अंग्रेजी दवाखाना के मालिक अरविंद कुमार ने लाइसेंस रद्द करने के खिलाफ हाई कोर्ट में अर्जी डाली और बताया कि मामूली गलतियों के कारण उनका लाइसेंस रद्द कर दिया गया जिस कारण पीएमसीएच परिसर के अंदर मरीजों को चौबीसों घंटे दवाइयों की सुविधा नहीं मिल पा रही है. दवा दुकानें बंद होने के कारण मरीजों को बाहर से दवाइयां खरीदनी पड़ती थी जो काफी महंगा भी पड़ता है. हाई कोर्ट से इस मामले में कुछ दिनों पूर्व ही अरविंद कुमार को जीत मिली है और उनका दवा दुकान का लाइसेंस फिर से रिन्यू हो गया है और अगर दुकान में दवाइयों का इंस्टॉलेशन शुरू हो गया है. राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा आवंटित दवाखाने में दवा के एमआरपी से 10% सस्ती दरों पर दवाइयां उपलब्ध होती हैं.


Conclusion:प्रसूति विभाग के बगल के अंग्रेजी दवाखाना में दवाइयों का इंस्टॉलेशन कर रहे संदीप कुमार ने बताया कि पिछले डेढ़ वर्षो से यह दुकान बंद था और इसके खिलाफ हम लोग हाईकोर्ट गए थे जहां से हमें जीत मिली है. हाई कोर्ट से फिर से लाइसेंस मिल गया है और दुकान के अंदर साफ सफाई और दवाइयों के इंस्टॉलेशन का काम हो रहा है. उन्होंने कहा कि जल्द ही 2 से 3 दिनों के अंदर इस माह के अंत तक या काउंटर सुचारू रूप से चालू हो जाएगा और मरीजों को यहां से 24 घंटे सस्ती दरों पर अंग्रेजी दवाइयां उपलब्ध होंगी और मरीजों को दवाइयों के लिए अस्पताल परिसर से बाहर नहीं जाना पड़ेगा.
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