पटना: बिहार में पंचायत चुनाव (Panchayat Election) की मतगणना के बाद अब लोगों को सर्टिफिकेट वितरण (Certificate Distribution) किया जा रहा है. ऐसे में मसौढ़ी प्रखंड (Masaurhi Block) के सभी नवनिर्वाचित पंचों के बीच सोमवार को निर्वाचन का सर्टिफिकेट वितरण किया गया. इस दौरान सभी पंचों ने कहा कि न्याय हमारे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता होगी.
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राजधानी पटना के मसौढ़ी प्रखंड के 17 पंचायत में 17 सरपंच और 159 पंच नव निर्वाचित हो चुके हैं. सभी नवनिर्वाचित पंच और सरपंच को एक नई जिम्मेदारी मिली है. सबों ने अपने-अपने पंचायतों के गांव के मामलों को सुलभ और सस्ते खर्च में न्याय दिलाने का वादा करते हुए अपने-अपने जिम्मेवारी संभाली है.
न्यायपीठ की सबसे निचली अदालत ग्राम कचहरी बताया जाता है, जो बिहार पंचायत राज अधिनियम 2006 की धारा 90 के तहत ग्राम कचहरी को न्याय की शक्ति प्रदान की गई थी. मसौढ़ी प्रखंड के सभी पंचों के बीच सोमवार को निर्वाचन का सर्टिफिकेट वितरण किया गया. ऐसे में सभी पंचों ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कहा कि न्याय हमारे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता होगी.
बात दें कि पंच परमेश्वर यानी ग्राम कचहरी की सबसे निचली अदालत के न्यायाधीश के वह सिपाही जो गांव-गांव में होने वाले विवाद का निपटारा करते हैं. ऐसे में हर एक पंचायत में एक सरपंच और 4 पंच की व्यवस्था की गई है. बताते चलें कि गांव-गांव में बिना खर्च के न्याय सुलभ हो सके, इसको लेकर सरकार ने ग्राम कचहरी के स्थापना की थी. न्यायपीठ का गठन 4 पंच और एक सरपंच सहित कुल 5 सदस्य की परिकल्पना की गई थी, गांव में होने वाले छोटे-मोटे मारपीट विभिन्न तरह के मामले वाद दायर होने के बाद न्याय पीठ सौहार्दपूर्ण समझौते से वाद-विवाद का निष्पादन करने का प्रयास करते हैं.
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