पटना: बिहार सरकार ने लॉकडाउन का फैसला भले ही देर से लिया है, लेकिन उसके नतीजे सकारात्मक आ रहे हैं. लॉकडाउन के 6 दिन बीत जाने के बाद आंकड़ों में कमी आई है. आंकड़ों में कमी होने की वजह से ऑक्सीजन और बेड के लिए भी मारामारी नहीं दिख रही है. कोरोना वायरस की लहर ने सरकार की नींद उड़ा कर रख दी थी. वहीं आम लोग भी त्राहिमाम कर रहे थे.
यह भी पढ़ें- गंगा में उतराती लाशों पर कांग्रेस ने जताई चिंता, कहा-अब तो जागें सरकारें
संक्रमण की रफ्तार पर ब्रेक
बिहार में सख्ती और फिर उसके बाद लॉकडाउन ने असर दिखाना शुरू किया है. संक्रमण के रफ्तार पर ब्रेक लगी है और स्वास्थ्य विभाग ने भी राहत की सांस ली है. पिछले 20 दिनों में सोमवार को कोरोना के सबसे कम मामले सामने आए थे. 20 अप्रैल को 10 हजार 455 मरीज मिले थे और इसी दिन पहली बार 10 हजार का आंकड़ा भी पार हुआ था. लॉकडाउन लागू होने के 5 दिन बाद असर दिखने लगा है. मरीजों की संख्या 15 हजार से घटकर 10 हजार के आसपास आ गई है.
एक लाख से ज्यादा लोगों की जांच
बिहार में हर रोज एक लाख से ज्यादा लोगों की जांच हो रही है और संक्रमितों की संख्या 15 हजार के इर्द-गिर्द पिछले कई दिनों से स्थिर है. लॉकडाउन ने भी असर दिखाना शुरू कर दिया है और पिछले 5 दिनों से जहां आंकड़ों में कमी आई है. वहीं छठे दिन आंकड़ों में मामूली इजाफा हुआ है. 11 मई को बिहार में कुल 10 हजार 920 लोग संक्रमित मिले थे. पटना में 1702 संक्रमित मरीजों की संख्या थी. 72 लोगों की मौत हुई है.
पटना में आंकड़ा 1745
10 मई को बिहार में कुल 10174 मामले प्रकाश में आए. राजधानी पटना में आंकड़ा 1745 था और कुल 15800 लोग स्वास्थ्य हुए. 9 मई को बिहार में संक्रमितों की संख्या 11259 थी और पटना में 1646 थे. 8 मई को बिहार में संक्रमितों की संख्या 12948 थी और पटना में 2498 संक्रमित थे. 7 मई को जहां 13466 संक्रमित सामने आए थे. वहीं 11 मई को आंकड़े में कमी आई है और 13000 के आस-पास संक्रमित जांच में पाए गए हैं.
6 मई को को 15126 संक्रमित सामने आए थे. 5 मई को 14836 संक्रमित सामने आए थे. 4 मई को यह संख्या 14794 थी. 3 मई को 11407 संक्रमित सामने आए थे. 2 मई को संक्रमितों की संख्या 13534 थी और 1 मई को संक्रमित लोगों की संख्या 13779 थी.
संक्रमण की रफ्तार में कमी
लॉकडाउन से पहले कोरोना ने बिहार में भयावह रूप अख्तियार कर लिया था. 5 मई से लॉकडाउन लागू किया गया था. लॉकडाउन लागू करने के बाद से लगातार संक्रमण के रफ्तार में कमी आई है. छठे दिन मामूली बढ़त दर्ज की गई है. राजधानी पटना में लगातार तीसरे दिन संक्रमित की संख्या 2000 से कम दर्ज की गई.