पटना: कोरोना महामारी का असर अब सरकारी कामकाज पर सीधा दिखने लगा है. पिछले दिनों सरकार के कई आला अफसर और मंत्री कोरोना संक्रमित हो गए. जिसके बाद राजधानी स्थित सचिवालय में कर्मचारियों की संख्या में काफी कमी आ गई है. गुरुवार को सचिवालय में रोस्टर के मुताबिक 35 फीसदी कर्मचारी मौजूद रहे, लेकिन कई विभागों में उससे भी कम कर्मचारी उपस्थित थे.
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गौरतलब के बिहार सरकार के मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी और वित्त विभाग के प्रधान सचिव एस. सिद्धार्थ कोरोना संक्रमित हो गए हैं.
इसके बाद मुख्य सचिवालय में कर्मचारियों की संख्या में भारी कमी देखी जा रही है. हालांकि मुख्य सचिव सेल में कर्मी मौजूद हैं और वे कामकाज कर रहे हैं. लेकिन मंत्री मदन साहनी और वित्त विभाग के प्रधान सचिव के सेल में कर्मियों की संख्या काफी कम है.
वित्तीय वर्ष की शुरुआत में ही इस तरह के हालात का सीधा असर सरकारी कामकाज पर पड़ना लाजमी है. इसी कारण सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में बड़ा रुकावट लगता दिख रहा है. सचिवालय की स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि कई विभागों में चार से पांच कर्मचारी पॉजिटिव हो गए हैं. जिसके बाद कर्मचारियों की संख्या काफी कम दिख रही है. काम-काज के लिए यहां पहुंचने वालों की संख्या में कम हो गई है.
जो भी कर्मचारी सचिवालय आ रहे हैं, सभी मास्क में दिख रहे हैं. साथ ही सचिवालय के मुख्य द्वार पर सभी को सैनिटाइज किया जा रहा है. फिर थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है.