पटना: बिहार में नियोजित शिक्षकों की हड़ताल जारी है. इसको लेकर गुरुवार को बिहार विधानसभा में चर्चा भी हुई. खुद शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने हड़ताल के मुद्दे पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार की शिक्षकों से कोई दुश्मनी नहीं है. अपना हड़ताल खत्म करें.
कृष्णनंदन वर्मा ने कहा कि शिक्षकों की हड़ताल की सूचना के समय से ही अपील करता रहा हूं. उन्होंने कहा कि मैं आज भी अपील कर रहा हूं कि शिक्षक अपनी हड़ताल खत्म करे और बच्चों को मन से पढ़ाएं. शिक्षा मंत्री ने ये भी बताया कि राज्य सरकार अपनी हैसियत के अनुसार शिक्षकों की वेतन में बढ़ोतरी करेगी और वर्तमान सेवा-शर्तों में सुधार करेगी.
शिक्षा मंत्री का शिक्षकों से अनुरोध
शिक्षा मंत्री ने कहा कि जो भी शिक्षक हड़ताल पर हैं, वे सारे हमारे शिक्षक हैं. उनके प्रति हमेशा हमारा अच्छा भाव रहा है. उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने हमेशा उनकी तकलीफों को दूर करने का प्रयास किया है. कृष्णनंदन वर्मा ने कहा कि मूल्यांकन प्रक्रिया को बाधित करने के निर्णय पर एक बार फिर से विचार करें और सरकार चाहती है कि फिर से सभी शिक्षक अपने कार्य में जुट जाए.
शिक्षा मंत्री ने दी जानकारी
चर्चा के दौरान शिक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि शिक्षा पर सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में अच्छा काम हुआ है. उन्होंने कहा 2019-20 में विद्यालय से बाहर केवल एक प्रतिशत से भी कम एक लाख 44 हजार रह गए हैं. साथ ही बताया कि प्रारंभिक विद्यालय में कार्यरत 3,79,735 शिक्षकों में से 1,23,579 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया है.
1018 करोड़ दिया गया ऋण
कृष्णनंदन वर्मा ने बताया कि बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत एक लाख आठ हजार आवेदकों के लिए 2820 करोड़ की राशि स्वीकृत की जा चुकी है. जिसमें 88,539 छात्र-छात्रओं को 1018 करोड़ का शिक्षा ऋण दिया जा चुका है. नियोजित शिक्षकों को लेकर शिक्षा मंत्री ने कहा राज्य सरकार शिक्षकों की हितैषी है और अपनी हैसियत से आगे भी वेतन बढ़ाएगी.