ETV Bharat / state

शिक्षाकर्मियों के वेतन भुगतान में देरी पर एक्शन में सरकार, 11 डीपीओ को भेजा नोटिस

विभाग ने पहले ही 4 जून तक हर हाल में वेतन का भुगतान करने का आदेश दिया था. वेतन भुगतान में लापरवाही बरतने पर 11 डीपीओ को नोटिस जारी किया है.

11 डीपीओ को नोटिस
author img

By

Published : Jun 19, 2019, 8:34 AM IST

पटना: शिक्षा विभाग के अधिकारियों की लापारवाही कम होने का नाम नहीं ले रही है. सरकार के कड़े निर्देश के बावजूद कई जिलों में शिक्षाकर्मियों का भुगतान समय पर नहीं हो पाया है.

इसके बाद 11 जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सरकार के निशाने पर आ गए हैं. इन सभी पर शिक्षकों और शिक्षाकर्मियों के वेतन भुगतान में देरी करने का आरोप है. दरअसल बिहार सरकार ने इसी साल 1 अप्रैल से सीएफएमएस यानी (comprehensive financial management system) लागू किया है.

11 डीपीओ को नोटिस

विभाग ने 4 जून तक वेतन देने का दिया था आदेश
इसके तहत सभी राज्य कर्मियों को वेतन का भुगतान ऑनलाइन तरीके से किया जा रहा है. शिक्षा विभाग के डिपार्टमेंट ऑफिस एडमिन सह अपर सचिव गिरिवर दयाल सिंह ने सभी डीईओ को पत्र लिख कर 4 जून तक वेतन देने का आदेश दिया था. ऐसा नहीं करने पर सारी जिम्मेदारी जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) की होगी. लापरवाही बरतने पर कार्रवाई की भी बात कही गई थी.

मई माह का नहीं हुआ भुगतान
इस कड़े आदेश के बाद भी 11 जिलों में शिक्षाकर्मियों के वेतन भुगतान में ढिलाई बरती गई. बिहार सरकार के अपर सचिव गिरवर दयाल सिंह ने इस संबंध में पत्र जारी किया है. उनके मुताबिक बिहार के 11 जिलों में मार्च महीने का लगभग 50% जबकि अप्रैल माह में 16 परसेंट से भी कम कर्मियों का वेतन भुगतान किया गया है. मई माह का भुगतान अब तक नहीं हो पाया है.

patna
अपर सचिव का पत्र

11 डीपीओ को नोटिस
दरभंगा, मुंगेर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, वैशाली, गोपालगंज, सारण, सिवान, बेगूसराय, सीतामढ़ी और रोहतास जिले में वेतन भुगतान में घोर लापरवाही बरती गई है. इस संबंध में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना को नोटिस जारी किया गया है. पत्र में कहा गया है कि कार्य के प्रति लापरवाही, कर्तव्यहीनता और अनुशासनहीनता के कारण ही वेतन भुगतान लंबित है. इन अधिकारियों से 24 घंटे के अंदर जवाब मांगा गया है. साथ ही पूछा है कि इसके लिए विभागीय कार्यवाही क्यों नहीं की जाए?

पटना: शिक्षा विभाग के अधिकारियों की लापारवाही कम होने का नाम नहीं ले रही है. सरकार के कड़े निर्देश के बावजूद कई जिलों में शिक्षाकर्मियों का भुगतान समय पर नहीं हो पाया है.

इसके बाद 11 जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सरकार के निशाने पर आ गए हैं. इन सभी पर शिक्षकों और शिक्षाकर्मियों के वेतन भुगतान में देरी करने का आरोप है. दरअसल बिहार सरकार ने इसी साल 1 अप्रैल से सीएफएमएस यानी (comprehensive financial management system) लागू किया है.

11 डीपीओ को नोटिस

विभाग ने 4 जून तक वेतन देने का दिया था आदेश
इसके तहत सभी राज्य कर्मियों को वेतन का भुगतान ऑनलाइन तरीके से किया जा रहा है. शिक्षा विभाग के डिपार्टमेंट ऑफिस एडमिन सह अपर सचिव गिरिवर दयाल सिंह ने सभी डीईओ को पत्र लिख कर 4 जून तक वेतन देने का आदेश दिया था. ऐसा नहीं करने पर सारी जिम्मेदारी जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) की होगी. लापरवाही बरतने पर कार्रवाई की भी बात कही गई थी.

मई माह का नहीं हुआ भुगतान
इस कड़े आदेश के बाद भी 11 जिलों में शिक्षाकर्मियों के वेतन भुगतान में ढिलाई बरती गई. बिहार सरकार के अपर सचिव गिरवर दयाल सिंह ने इस संबंध में पत्र जारी किया है. उनके मुताबिक बिहार के 11 जिलों में मार्च महीने का लगभग 50% जबकि अप्रैल माह में 16 परसेंट से भी कम कर्मियों का वेतन भुगतान किया गया है. मई माह का भुगतान अब तक नहीं हो पाया है.

patna
अपर सचिव का पत्र

11 डीपीओ को नोटिस
दरभंगा, मुंगेर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, वैशाली, गोपालगंज, सारण, सिवान, बेगूसराय, सीतामढ़ी और रोहतास जिले में वेतन भुगतान में घोर लापरवाही बरती गई है. इस संबंध में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना को नोटिस जारी किया गया है. पत्र में कहा गया है कि कार्य के प्रति लापरवाही, कर्तव्यहीनता और अनुशासनहीनता के कारण ही वेतन भुगतान लंबित है. इन अधिकारियों से 24 घंटे के अंदर जवाब मांगा गया है. साथ ही पूछा है कि इसके लिए विभागीय कार्यवाही क्यों नहीं की जाए?

Intro:शिक्षा विभाग के 11 जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सरकार के निशाने पर आ गए हैं। इन सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों पर शिक्षकों और शिक्षाकर्मियों के वेतन भुगतान में देरी का आरोप है।


Body:दरअसल बिहार सरकार ने इसी साल 1 अप्रैल से सीएफएमएस यानी comprehensive financial management system लागू किया है। इसके तहत सभी राज्य कर्मियों को वेतन का भुगतान ऑनलाइन तरीके से होना है। इसके बाद भी बिहार के 11 जिलों में शिक्षाकर्मियों के वेतन भुगतान में ढिलाई बरती गई बिहार सरकार के अपर सचिव गिरवर दयाल सिंह ने जो पत्र जारी किया है उसके मुताबिक बिहार के 11 जिलों में मार्च महीने का वेतन भुगतान लगभग 50% ही हुआ है जबकि अप्रैल माह में 16 परसेंट से भी कम कर्मियों का वेतन भुगतान हुआ है और मई माह का भुगतान तो अब तक हुआ ही नहीं है।
यह जिले हैं दरभंगा, मुंगेर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, वैशाली, गोपालगंज, सारण, सिवान, बेगूसराय, सीतामढ़ी और रोहतास। इन सभी जिलों के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना को पत्र जारी करके पूछा गया है कि आपकी कार्य के प्रति लापरवाही कर्तव्यहीनता और अनुशासनहीनता के कारण ही वेतन भुगतान लंबित है। सरकार ने 24 घंटे में इन अधिकारियों से जवाब मांगा है और पूछा है कि आपकी इस कर्तव्य जनता के लिए आप के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही क्यों नहीं की जाए।


Conclusion:इस बारे में ज्यादा जानकारी दे रहे हैं हमारे पटना संवाददाता अमित वर्मा।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.