पटनाः बिहार का बजट 28 फरवरी को पेश किया जाएगा. उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री तार किशोर प्रसाद विधानसभा में बजट पेश करेंगे. बजट को लेकर सरकार की ओर से काफी समय से तैयारी हो रही है. तार किशोर प्रसाद दूसरी बार बजट पेश करेंगे. बजट को लेकर चर्चा भी हो रही है. हर सेक्टर के लोग अपने तरीके से उम्मीद भी लगा रहे हैं. बिहार के अर्थशास्त्री एनके चौधरी का कहना है कि सरकार को शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि के क्षेत्र में विशेष ध्यान देना होगा. रोजगार के लिए औद्योगिकीकरण पर जोर देना होगा.
यह भी पढ़ें- कोरोना से तबाह मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को 'बजट बूस्टर' की दरकार.. प्रदेश के डॉक्टर्स को बड़ी उम्मीदें
अर्थशास्त्री एनके चौधरी का कहना है कि सरकार को बिहार में शिक्षकों, डॉक्टरों और सरकारी कर्मचारियों के खाली पदों को तुरंत भरना चाहिए. इससे रोजगार की बड़ी समस्या दूर होगी. नीति आयोग की पिछले महीने आई रिपोर्ट में बिहार को कई क्षेत्रों में फिसड्डी बताया गया. 52 फीसदी से अधिक आबादी को गरीबी रेखा से नीचे बताया गया है. इस पर एनके चौधरी का कहना है कि जब इतनी बड़ी आबादी गरीबी रेखा से नीचे है, तो सभ्य समाज की कल्पना नहीं कर सकते हैं इसलिए सरकार को समाज की बेहतरी के लिए बजट लाने की कोशिश करना चाहिए.
एनके चौधरी का कहना है कि बिहार सरकार का अभी तक औद्योगिकीकरण पर कोई जोर नहीं रहा है. इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा रोजगार है. इसलिए सरकार को एमएसएमई सेक्टर पर विशेष फोकस करना चाहिए. एनके चौधरी का यह भी कहना है विकास दर की अपेक्षा सरकार को रोजगार ओरिएंटेड विकास पर ध्यान देने की जरूरत है.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP