पटना (मसौढ़ी): आर्थिक सर्वेक्षण शुरू हो रहा है. हर 5 साल पर यह सर्वे देश की आर्थिक नीतियां बनाने और सरकार की विभिन्न योजना बनाने के लिए किया जाता है. ऐसे में इस बार सर्वे का काम पूरी तरह से डिजिटल फॉर्म में होगा. पहली बार इस कार्य की जिम्मेदारी सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के निकाय कॉमन सर्विस सेंटर को सौंपी गई है.
सटीक रहेगी सूचना
इसके साथ ही परिवारिक आर्थिक सर्वेक्षण का समस्त डाटा स्मार्टफोन या टैब पर लिया जाएगा. जिससे आर्थिक सर्वेक्षण का कार्य जल्द संपन्न किया जाएगा. दरअसल, डिजिटल प्लेटफॉर्म के उपयोग से लाभ होगा कि समस्त सूचना सटीक होगी और यह पूरी तरह से सुरक्षित होगा.
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समय लगेगा कम
मसौढ़ी में इसको लेकर तैयारियां जोरों पर है. ऐसे में सांख्यिकी पदाधिकारी की मानें तो इस बार कागज पर सर्वेक्षण की जगह डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग किया जाना है. इसे समस्त डाटा के मूल्यांकन में लगने वाले समय काफी कम हो जाता है. यही वजह है कि इस बार रिकॉर्ड समय में आर्थिक सर्वेक्षण सामने आएंगे. सभी घरों में पारिवारिक सदस्य उनकी आर्थिक स्थिति एवं समस्त जानकारियां एक सर्वे के तहत अपलोड किया जाएगा.
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सभी डाटा को किया जाएगा अपलोड
एक मोबाइल एप्लीकेशन के तहत सभी डाटा अपलोड की जाएगी और डोर टू डोर जाकर सभी समस्त जानकारियों के डाटा को अपलोड किया जाएगा. गौरतलब है कि इस बार का सर्वे पहली बार पूरी तरह से डिजिटल फॉर्म में होगा. इसे एक एप्लीकेशन के तहत किया जाएगा. जिस की तैयारी जोरों पर है. मसौढञी, धनरूआ एवं पुनपुन प्रखंड में तैयारियां शुरू हो चुकी हैं.