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आर्थिक अपराध इकाई की अपील- फर्जी लोन ऐप्स न करें डाउनलोड, हो जाएंगे ठगी के शिकार

कोरोना संक्रमण के चलते पैदा हुए आर्थिक संकट के इस दौर में फर्जी लोन ऐप्स कर्ज देने के नाम पर लोगों से फ्रॉड कर रहे हैं. आर्थिक अपराध इकाई ने लोगों से अपील की है कि इस तरह के फर्जी लोन ऐप्स से सावधान रहें. इन्हें डाउनलोड न करें. अगर कोई एप कर्ज देने के लिए जल्द आवेदन करने का दबाव बना रहा है तो उससे दूर रहें.

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Published : Apr 21, 2021, 3:32 PM IST

Economic Offenses Unit
आर्थिक अपराध इकाई

पटना: बिहार सहित पूरे देश में इन दिनों साइबर अपराधी नए-नए तरीके इजाद कर लोगों को लूट रहे हैं. कोरोना महामारी के चलते बिगड़ी आर्थिक स्थिति के कारण लोग पर्सनल लोन प्रदान करने वाले फर्जी ऐप्स को डाउनलोड कर साइबर धोखाधड़ी के शिकार हो रहे हैं. इसके चलते आर्थिक अपराध इकाई ने लोगों से फर्जी लोन ऐप्स डाउनलोड न करने की अपील की है. लोगों को साइबर फ्रॉड के प्रति जागरूक करने के लिए आर्थिक अपराध इकाई ने ई-पोस्टर जारी किया है.

यह भी पढ़ें- साइबर अपराधियों पर शिकंजा कस रही आर्थिक अपराध इकाई, पोर्नोग्राफी के 1454 मामलों में की कार्रवाई

ऐसे एप से रहें सावधान
आर्थिक अपराध इकाई से मिली जानकारी के अनुसार कई लोग पर्सनल लोन के चक्कर में फर्जी एप्स के जरिए फंस चुके हैं. इकाई ने लोगों को सतर्क किया है कि वैसे पर्सनल लोन ऐप्स से दूर रहें जिसमें समय सीमा के अंदर आवेदन करने का दबाव बनाया जाता है. अगर कर्जदाता आवेदन मूल्यांकन या क्रेडिट रिपोर्ट शुल्क के विस्तृत विवरण का खुलासा नहीं कर रहा हो और जीएसटी या प्रोसेसिंग फीस के नाम पर अग्रिम भुगतान की मांग कर रहा हो तो उस लोन एप से लोन नहीं लें.

Economic Offence Unit
आर्थिक अपराध इकाई द्वारा जारी ई-पोस्टर.

लोन लेने से पहले जुटाएं ये जानकारी
किसी भी लोन एप से कर्ज लेने से पहले यह जानकारी जरूर जुटा लें कि वह लोन एप या उसके मालिकाना हक वाली कंपनी सरकार के पास पंजीकृत है या नहीं. उसका कोई भौतिक पता है या नहीं. अपरिचित व्यक्ति या किसी ऐप से केवाईसी दस्तावेज शेयर न करें. किसी अपरिचित बैंकिंग एप के बारे में शिकायत करने के लिए https:/sachet.rbi.org.in पर सम्पर्क करें.

Economic Offence Unit
आर्थिक अपराध इकाई द्वारा जारी ई-पोस्टर.

यह भी पढ़ें- कोरोना के कारण 'सात फेरों' पर ग्रहण! टलने लगी शादियां, बुकिंग भी होने लगे हैं रद्द

पटना: बिहार सहित पूरे देश में इन दिनों साइबर अपराधी नए-नए तरीके इजाद कर लोगों को लूट रहे हैं. कोरोना महामारी के चलते बिगड़ी आर्थिक स्थिति के कारण लोग पर्सनल लोन प्रदान करने वाले फर्जी ऐप्स को डाउनलोड कर साइबर धोखाधड़ी के शिकार हो रहे हैं. इसके चलते आर्थिक अपराध इकाई ने लोगों से फर्जी लोन ऐप्स डाउनलोड न करने की अपील की है. लोगों को साइबर फ्रॉड के प्रति जागरूक करने के लिए आर्थिक अपराध इकाई ने ई-पोस्टर जारी किया है.

यह भी पढ़ें- साइबर अपराधियों पर शिकंजा कस रही आर्थिक अपराध इकाई, पोर्नोग्राफी के 1454 मामलों में की कार्रवाई

ऐसे एप से रहें सावधान
आर्थिक अपराध इकाई से मिली जानकारी के अनुसार कई लोग पर्सनल लोन के चक्कर में फर्जी एप्स के जरिए फंस चुके हैं. इकाई ने लोगों को सतर्क किया है कि वैसे पर्सनल लोन ऐप्स से दूर रहें जिसमें समय सीमा के अंदर आवेदन करने का दबाव बनाया जाता है. अगर कर्जदाता आवेदन मूल्यांकन या क्रेडिट रिपोर्ट शुल्क के विस्तृत विवरण का खुलासा नहीं कर रहा हो और जीएसटी या प्रोसेसिंग फीस के नाम पर अग्रिम भुगतान की मांग कर रहा हो तो उस लोन एप से लोन नहीं लें.

Economic Offence Unit
आर्थिक अपराध इकाई द्वारा जारी ई-पोस्टर.

लोन लेने से पहले जुटाएं ये जानकारी
किसी भी लोन एप से कर्ज लेने से पहले यह जानकारी जरूर जुटा लें कि वह लोन एप या उसके मालिकाना हक वाली कंपनी सरकार के पास पंजीकृत है या नहीं. उसका कोई भौतिक पता है या नहीं. अपरिचित व्यक्ति या किसी ऐप से केवाईसी दस्तावेज शेयर न करें. किसी अपरिचित बैंकिंग एप के बारे में शिकायत करने के लिए https:/sachet.rbi.org.in पर सम्पर्क करें.

Economic Offence Unit
आर्थिक अपराध इकाई द्वारा जारी ई-पोस्टर.

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