पटनाः ड्रग और केमिस्ट एसोसिएशन ने 22 23 और 24 जनवरी को पूरे बिहार में दवा दुकान बंद रखने की घोषणा की है. पहली बार एसोसिएशन की ओर से आकस्मिक दवाइयों की भी आपूर्ति बंद रखने का ऐलान किया गया है. ये निर्णय ड्रग और केमिस्ट एसोसिएशन के बैनर तले रिटेलर और होलसेल दुकानदारों की कार्यकारिणी की बैठक में लिया गया. जहां बिहार के कोने-कोने से आए दवा दुकानदार मौजूद थे.
कुल 35 हजार दवा की दुकानें रहेंगी बंद
बंद की जानकारी देते हुए ड्रग और केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष बसंत कुमार सिंह ने बताया कि बिहार में कुल 35 हजार दवा की दुकानें हैं. जो 22 , 23 और 24 जनवरी को पूरी तरह से बंद रहेंगी. अध्यक्ष ने ये भी बताया कि इस बार बैठक में निर्णय लिया गया कि इन 3 दिनों के बंदी में आकस्मिक दवाओं की आपूर्ति भी पूरी तरह से बंद कर दी जाएगी. जिससे सरकार को यह अहसास हो कि मरीजों को 90% दवा की आपूर्ति करने वाले दुकान अगर बंद हो जाए तो राज्य सरकार पर क्या असर पड़ेगा.
'सरकार डालती है फार्मासिस्ट रखने का दबाव'
बसंत ने बताया कि विभाग और सरकार दवा दुकानों पर फार्मासिस्ट रखने के लिए दबाव बनाती है. जिसको लेकर दवा दुकानदार को विभाग की ओर से यह कहा जाता है कि जब तक दवा दुकानों पर फार्मासिस्ट नहीं रहेंगे. तब तक दवा दुकान नहीं खुलेंगी.
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'केंद्र और राज्य सरकार करे वैकल्पिक व्यवस्था'
अध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने ही बिहार में 35 हजार हजार दवा दुकानदारों को दवा का लाइसेंस प्रदान किया है. बिहार में कुल 4 कॉलेजों में हर साल 240 फार्मासिस्ट पास आउट होते हैं, तो आखिरकार सभी दुकानों पर फार्मासिस्ट की उपलब्धता कैसे हो पाएगी. उन्होंने कहा कि इस मामले में केंद्र और राज्य सरकार को मिलकर वैकल्पिक व्यवस्था करने की पहल करनी चाहिए.
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'सरकार फार्मासिस्ट की उपलब्धता सुनिश्चित कराए'
बसंत ने ये भी बताया कि हमें दुकानों पर फार्मासिस्ट रखने से कोई परहेज नहीं है. सरकार फार्मासिस्ट की उपलब्धता सुनिश्चित कराए. कौशल विकास योजना या अन्य माध्यम से हमारे दुकानों पर मौजूद शिक्षित युवकों को ट्रेनिंग दे. अगर जरूरत पड़े तो कमिटी उसका खर्च भी निर्वहन करने को तैयार है, वहीं, बसंत ने कहा कि सरकार निश्चिंत रहे किए ट्रेंड शिक्षित युवक सरकार से स्थाई करने की मांग नहीं करेंगे. अगर सरकार चाहे तो स्टांप पेपर पर युवक लिखकर देने को भी तैयार हैं.
आकस्मिक दवाओं की आपूर्ति भी रोकने का ऐलान
बसंत ने राज्य सरकार को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अब राज्य सरकार व्यवस्था करे कि वह लोगों की दवा की आपूर्ति कैसे करेगी. आपको बता दें कि कई बार बिहार में ड्रग और केमिस्ट एसोसिएशन की ओर से बंदी बुलाई गई है. लेकिन कभी भी आकस्मिक दवाओं की आपूर्ति एसोसिएशन की ओर से नहीं रोकी गई. लेकिन इस बार एसोसिएशन ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए 3 दिनों तक पूरे बिहार में आकस्मिक दवाओं की आपूर्ति रोकने का भी ऐलान किया है. जिससे आने वाले दिनों में मरीजों और उनके परिजनों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है.