पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट पटना मेट्रो के काम में एक बार फिर से तेज़ी आ गई है. 2024 तक पटना वासी मेट्रो की सवारी कर सके इसके लिए बिहार सरकार और केंद्र सरकार के सौजन्य से दिल्ली मेट्रो रेलवे कारपोरेशन और पटना मेट्रो रेलवे कारपोरेशन पटना में मेट्रो का कार्य कर रही है, कोरोना संक्रमण और चुनाव की वजह से काम में कुछ धीमी गति आई थी, लेकिन सरकार के गठन के बाद एक बार फिर से परियोजना में तेजी आ गई है.
31 किलोमीटर का रुट प्रस्तावित
पटना मेट्रो का काम फिलहाल 31 किलोमीटर प्रस्तावित है. इसमें 15 किलोमीटर अंडरग्राउंड भी शामिल है. पहले चरण में दानापुर सगुना मोड़ से पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन और दूसरे चरण में रेलवे स्टेशन से गांधी मैदान होते हुए पटना सिटी तक मेट्रो कॉरिडोर बनाया जाएगा.
76 एकड़ जमीन का अधिग्रहण
इधर मेट्रो के एलाइमेंट और आइएसबीटी में बनने वाले डीपो के लिए भी भूमि अधिग्रहण का काम भी शुरू है. साथ ही पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के लिए बने विशेष भू-अर्जन कोषांग के डीपो से लेकर अन्य मार्ग के लिए आवश्यक जमीन का खाका तैयार कर कोषांग से जिलाधिकारी को प्रस्ताव भी भेजा गया था. जिसपर भी काम चल रहा है, डिपो के लिए आईएसबीटी से पूरब 76 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होना है.
हम आपको बता दें कि 13365.77 करोड़ की लागत बनने वाले पटना मेट्रो के काम को लेकर लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बरौनी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए परियोजना का शिलान्यास किया था और शहरवासियों को 2024 तक मेट्रो की सवारी उपलब्ध कराने के लिए भी उन्होंने आश्वासन दिया है. जिस पर काम तेजी से आगे बढ़ता हुआ दिख रहा है.