पटना: नेशनल मेडिकल कमिशन बिल के खिलाफ डॉक्टर देशव्यापी आंदोलन कर रहे हैं. वहीं, बिहार के कई मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में डॉक्टरों की 24 घंटे की हड़ताल जारी है. इस हड़ताल के कारण इलाज करवाने आये मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मरीज इलाज के लिए डॉक्टर के चैम्बर के आगे लाइन लगा कर खड़े है.
मरीज हो रहे काफी परेशान
राज्य के कई जिलों से इलाज करवाने आये मरीजों ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि इलाज करवाने पीएमसीएच आये थे. सुबह से ही लाइन में लगे हुए हैं लेकिन मरीजों को देखने के लिए डॉक्टर नहीं आ रहे है. काफी परेशानी हो रही है. पता नहीं इलाज करवाने के लिए कितना इंतजार करना पड़ेगा.
बिल में संशोधन की मांग
एनएमसी बिल के खिालफ हड़ताल कर रहे रेसीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. विनय कुमार ने बिल को लेकर बताया कि इस बिल में संशोधन की आवश्यकता है. इस बिल में कई तरह की खामियां हैं. जिससे यह सिर्फ डॉक्टरों के लिए नहीं बल्कि डॉक्टरी की पढ़ाई करने वाले गरीब और मेधावी छात्रों के लिए धोखा है. साथ ही उन्होंने बिल में संशोधन को लेकर कहा कि सरकार इस बिल में संशोधन करें नहीं तो आंदोलन और भी उग्र किया जाएगा.
क्या है एनएमसी बिल
मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के द्वारा मेडिकल शिक्षा, मेडिकल संस्थानों और डॉक्टरों के रजिस्ट्रेशन से संबंधित काम किया जाता था. लेकिन इस एनएमसी बिल पास होने के बाद एनएमसी विधेयक मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की जगह लेगा. इस बिल के तहत 3.5 लाख नॉन मेडिकल लोगों को लाइसेंस दिया जा रहा है. उन्हें सभी प्रकार की दवाइयां लिखने और इलाज करने का कानूनी अधिकार दिया जा रहा है. इसी बिल का डॉक्टर विरोध कर रहे हैं.