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Diwali 2023 : दीपावली आज, मां लक्ष्मी और गणेश पूजन का है विधान, दशकों बाद बना है ऐसा दुर्लभ योग

दीपावली का महापर्व आज है. ये पर्व अंधकार पर प्रकाश की विजय का पर्व है. आज के दिन दीप जलाकर लोग अपने जीवन को रोशन करते हैं. आज के दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश के पूजन का विधान है. व्यापारियों और गृह स्वामियों के पूजन का अलग अलग योग बन रहा है. ऐसा दुर्लभ योग दशकों बाद बना है.

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 12, 2023, 6:01 AM IST

पटना : आज दीपावली है. दीपों के पर्व दीपावली को देशभर में आज हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. दीपावली पर्व को कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है. इस दिन शाम को लक्ष्मी-गणेश पूजन का विधान है. इस पर्व को मनाने का महत्व भगवान श्री राम से जुड़ा हुआ है. जब भगवान श्री राम लंका विजय करके अयोध्या वापस लौटे तो उनके आगमन की खुशी में अयोध्या वासियों ने दीपोत्सव मनाया था. तभी से इस पर्व की परंपरा चली आ रही है.

दीपावली आज : 12 नंवबर 2023 को दीपावली है. इस दिन सभी लोग अपने घरों की साफ सफाई के बाद शाम के वक्त दीप जलाकर घरों को रोशन से भर देते हैं. आज के दिन कोने-कोने पर दीप जलाकर लोग जगमग कर देते हैं. ये पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का द्योतक है. दीपावली के दिन मां लक्ष्मी और देवों में प्रथम पूजनीय भगवान गणेश की पूजा का महत्व है. इनकी पूजा की तिथि और मुहूर्त के हिसाब से करने पर साधक को फल की प्राप्ति होती है.

मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा का विधान : दीपावली की रात में माता महालक्ष्मी की पूजा की जाती है. इसके पीछे की मान्यता ये है कि रात में मां महालक्ष्मी का विचरण होता है. रात में माता लक्ष्मी अपने वाहन उल्लू पर सवार हो कर घूमती हैं. दीपक जलाने और पूजन करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और उनके घर में ही निवास करने लगती हैं.

व्यापारियों के लिए पूजन का मुहूर्त : 12 नवंबर को दोपहर 2:30 मिनट से पूजन का मुहूर्त शुरू हो जाएगा. प्रदोष लग्न में व्यापारियों के लिए शुभ मुहूर्त शाम 5:30 से लेकर 7:35 तक है. इस सम पूजा करने से व्यापार में बढ़ोतरी और तरक्की का मार्ग प्रशस्त होगा. वहीं वृषभ लग्न में घर में लोगों को लक्ष्मी और गणेश की पूजा अर्चना करना चाहिए.

गृह स्वामियों के लिए पूजन का मुहूर्त : घर में लक्ष्मी और गणेश का पूजन का शुभ योग शाम 5:39 से 7:35 तक है. इस दौरान पूजन करने से माता लक्ष्मी और गणेश जी प्रस्न्न होंगे. वहीं महानिशा की पूजा रात्रि 12:12 मिनट से रात 2:30 मिनट तक सिंह लग्न में होगी. ज्योतिषाचार्यों द्वारा माना जा रहा है कि ऐसा योग दशकों बाद बना है. इस योग में पूजन से दीपावली सुख और समृद्धि से परिपूर्ण और मंगलकारी होगी.

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पटना : आज दीपावली है. दीपों के पर्व दीपावली को देशभर में आज हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. दीपावली पर्व को कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है. इस दिन शाम को लक्ष्मी-गणेश पूजन का विधान है. इस पर्व को मनाने का महत्व भगवान श्री राम से जुड़ा हुआ है. जब भगवान श्री राम लंका विजय करके अयोध्या वापस लौटे तो उनके आगमन की खुशी में अयोध्या वासियों ने दीपोत्सव मनाया था. तभी से इस पर्व की परंपरा चली आ रही है.

दीपावली आज : 12 नंवबर 2023 को दीपावली है. इस दिन सभी लोग अपने घरों की साफ सफाई के बाद शाम के वक्त दीप जलाकर घरों को रोशन से भर देते हैं. आज के दिन कोने-कोने पर दीप जलाकर लोग जगमग कर देते हैं. ये पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का द्योतक है. दीपावली के दिन मां लक्ष्मी और देवों में प्रथम पूजनीय भगवान गणेश की पूजा का महत्व है. इनकी पूजा की तिथि और मुहूर्त के हिसाब से करने पर साधक को फल की प्राप्ति होती है.

मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा का विधान : दीपावली की रात में माता महालक्ष्मी की पूजा की जाती है. इसके पीछे की मान्यता ये है कि रात में मां महालक्ष्मी का विचरण होता है. रात में माता लक्ष्मी अपने वाहन उल्लू पर सवार हो कर घूमती हैं. दीपक जलाने और पूजन करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और उनके घर में ही निवास करने लगती हैं.

व्यापारियों के लिए पूजन का मुहूर्त : 12 नवंबर को दोपहर 2:30 मिनट से पूजन का मुहूर्त शुरू हो जाएगा. प्रदोष लग्न में व्यापारियों के लिए शुभ मुहूर्त शाम 5:30 से लेकर 7:35 तक है. इस सम पूजा करने से व्यापार में बढ़ोतरी और तरक्की का मार्ग प्रशस्त होगा. वहीं वृषभ लग्न में घर में लोगों को लक्ष्मी और गणेश की पूजा अर्चना करना चाहिए.

गृह स्वामियों के लिए पूजन का मुहूर्त : घर में लक्ष्मी और गणेश का पूजन का शुभ योग शाम 5:39 से 7:35 तक है. इस दौरान पूजन करने से माता लक्ष्मी और गणेश जी प्रस्न्न होंगे. वहीं महानिशा की पूजा रात्रि 12:12 मिनट से रात 2:30 मिनट तक सिंह लग्न में होगी. ज्योतिषाचार्यों द्वारा माना जा रहा है कि ऐसा योग दशकों बाद बना है. इस योग में पूजन से दीपावली सुख और समृद्धि से परिपूर्ण और मंगलकारी होगी.

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