ETV Bharat / state

Diwali 2023: हाथी घोड़े ऊंट वाली मिठाई, दिवाली पर शुभ मानी जाती है ये मिठाई - दीपों का पर्व दीपावली

Diwali Special Sweets : दीपों के पर्व दीपावली को लेकर तैयारी काफी जोरों पर चल रही है, हर कोई अपने हिसाब से खरीदारी में लगा है. इस पर्व पर बनने वाली हाथी, घोड़े, ऊंट खिलौने की मिठाईयों की भी काफी पौराणिक महत्ता रही है. मसौढ़ी के बाजारों में इन मिठाइयों की काफी धूम मची हुई है.

Diwali Special Sweets
Diwali Special Sweets
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 10, 2023, 2:22 PM IST

Updated : Nov 10, 2023, 2:29 PM IST

पटनाः : ग्रामीण इलाके यानी गांव भारत की संस्कृति और सभ्यता आज भी जिंदा है. दरअसल दीपावली के खास मौके पर बनाए जाने वाली चीनी की खिलौनेनुमा मिठाइयों की मसौढ़ी में काफी धूम मचती है. कहा जाता है कि इसके बिना दीपावली अधूरी है. हर घर में लोग खिलौनेनुमा मिठाइयां खरीदते हैं. जिसको लेकर मसौढ़ी बाजार में तैयारियां जोरों पर चल रही हैं.

ये भी पढ़ेंः Dhanteras 2023: बेहद खास है इंडोनेशिया के पत्तों से बनी ये झाड़ू, कई जिलों में भारी डिमांड, धनतेरस पर जरूर खरीदें

मसौढ़ी में खिलौनेनुमा मिठाइयों की धूमः मिठाई बनाने वाले कारीगर रात दिन एक कर मिठाइयां बना रहे हैं. इसके बारे में कई लोगों का कहना यह भी है कि माता लक्ष्मी के पूजन में चीनी से बने हुए मिठाइयां का भोग लगाया जाता है और सबसे ज्यादा बच्चे खिलौनेनुमा मिठाई के प्रति आकर्षित होते हैं. ऐसे में आज भी शहरों की अपेक्षा ग्रामीण परिवेश में खिलौनेनुमा मिठाइयां को लेकर काफी लोग आकर्षित रहते हैं.

खिलौनेनुमा मिठाईयां बनाते कारीगर
खिलौनेनुमा मिठाईयां बनाते कारीगर

पुराणों में भी की गई है इसकी चर्चाः कई लोगों का मानना है कि इसकी चर्चा पुराणों में भी कही गई है, क्योंकि माता लक्ष्मी का हाथी घोड़ा ऊंट से काफी पुराना संबंध रहा है. ऐसे में लक्ष्मी पूजन में खिलौने की मिठाइयां लोग भोग के रूप में लगाते हैं तब से इस परिपाटी की शुरुआत हुई है और शहर की अपेक्षा ग्रामीण इलाकों में ज्यादातर या देखने को मिलता है.

खिलौनेनुमा मिठाईयां
खिलौनेनुमा मिठाईयां
मिठाई पर नहीं चढ़ा आधुनिकता की रंगः नहीं चढ़ा मसौढ़ी के नवल भारती ने बताया कि आज भी गांव की सभ्यता जिंदा है. जहां दीपावली के खास मौके पर बनाए जाने वाले चीनी खिलौनों की काफी डिमांड रहती है. आधुनिकता के इस माहौल में इस व्यवसाय पर अभी तक आधुनिकता की रंग नहीं चढ़ा है. ऐसे में दीपावली की खास मौके पर बनाए जाने मिठाइयों की काफी धूम मची रहती है. "गांव में आज भी लोग चीनी खिलौनों की खरीददारी करते हैं. पूजा में भोग भी लगाया जाता है, इसे बच्चे काफी पसंद करते हैं. यहां कई जगहों पर ये मिठाई आज भी बनाई जाती है और इसकी अच्छी बिक्री होती है"- नवल भारती, स्थानीय

पटनाः : ग्रामीण इलाके यानी गांव भारत की संस्कृति और सभ्यता आज भी जिंदा है. दरअसल दीपावली के खास मौके पर बनाए जाने वाली चीनी की खिलौनेनुमा मिठाइयों की मसौढ़ी में काफी धूम मचती है. कहा जाता है कि इसके बिना दीपावली अधूरी है. हर घर में लोग खिलौनेनुमा मिठाइयां खरीदते हैं. जिसको लेकर मसौढ़ी बाजार में तैयारियां जोरों पर चल रही हैं.

ये भी पढ़ेंः Dhanteras 2023: बेहद खास है इंडोनेशिया के पत्तों से बनी ये झाड़ू, कई जिलों में भारी डिमांड, धनतेरस पर जरूर खरीदें

मसौढ़ी में खिलौनेनुमा मिठाइयों की धूमः मिठाई बनाने वाले कारीगर रात दिन एक कर मिठाइयां बना रहे हैं. इसके बारे में कई लोगों का कहना यह भी है कि माता लक्ष्मी के पूजन में चीनी से बने हुए मिठाइयां का भोग लगाया जाता है और सबसे ज्यादा बच्चे खिलौनेनुमा मिठाई के प्रति आकर्षित होते हैं. ऐसे में आज भी शहरों की अपेक्षा ग्रामीण परिवेश में खिलौनेनुमा मिठाइयां को लेकर काफी लोग आकर्षित रहते हैं.

खिलौनेनुमा मिठाईयां बनाते कारीगर
खिलौनेनुमा मिठाईयां बनाते कारीगर

पुराणों में भी की गई है इसकी चर्चाः कई लोगों का मानना है कि इसकी चर्चा पुराणों में भी कही गई है, क्योंकि माता लक्ष्मी का हाथी घोड़ा ऊंट से काफी पुराना संबंध रहा है. ऐसे में लक्ष्मी पूजन में खिलौने की मिठाइयां लोग भोग के रूप में लगाते हैं तब से इस परिपाटी की शुरुआत हुई है और शहर की अपेक्षा ग्रामीण इलाकों में ज्यादातर या देखने को मिलता है.

खिलौनेनुमा मिठाईयां
खिलौनेनुमा मिठाईयां
मिठाई पर नहीं चढ़ा आधुनिकता की रंगः नहीं चढ़ा मसौढ़ी के नवल भारती ने बताया कि आज भी गांव की सभ्यता जिंदा है. जहां दीपावली के खास मौके पर बनाए जाने वाले चीनी खिलौनों की काफी डिमांड रहती है. आधुनिकता के इस माहौल में इस व्यवसाय पर अभी तक आधुनिकता की रंग नहीं चढ़ा है. ऐसे में दीपावली की खास मौके पर बनाए जाने मिठाइयों की काफी धूम मची रहती है. "गांव में आज भी लोग चीनी खिलौनों की खरीददारी करते हैं. पूजा में भोग भी लगाया जाता है, इसे बच्चे काफी पसंद करते हैं. यहां कई जगहों पर ये मिठाई आज भी बनाई जाती है और इसकी अच्छी बिक्री होती है"- नवल भारती, स्थानीय
Last Updated : Nov 10, 2023, 2:29 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.