पटना: जमुई से आए फरियादी ने सीएम नीतीश (Nitish Janta Darbar) के सामने अपनी परेशानियों की लंबी चौड़ी लिस्ट रख दी. फरियादी ने कहा कि मुझे कुछ हेल्प कर दीजिए. जमीन गोतिया छीन लिया है, बिजली का बिल कहां से दे, बस यही कहना है.
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'आवास योजना का लाभ दिलवा दीजिए सर': दिव्यांग ने कहा कि इतनी सुन मेरी तकलीफ सुन लीजिए. मदद की जरूरत है और क्या बोलेंगे. दिव्यांग की बात सुनने के बाद सीएम ने संबंधित विभाग को फोन लगाया और कहा कि जमुई के फरियादी की बात सुन लीजिए. आवास योजना का लाभ नहीं मिला है.
"जमुई के फरियादी की समस्या सुन लीजिए. आवास योजना का लाभ दे दीजिए. तुम जाओ मिल जाएगा."- नीतीश कुमार, सीएम, बिहार
पटना में जनता दरबार: जनता दरबार में नीतीश कुमार के जनता दरबार में उन्हीं लोगों को लाया गया, जिन्होंने पहले से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया था. कोविड जांच के बाद ही लोगों को जनता दरबार में एंट्री मिली. इसलिए आज भी सीमित संख्या में ही लोगों को बुलाया गया था.
ऑन द स्पोर्ट मामलों का निपटारा: मुख्यमंत्री लोगों की शिकायत सुनने के बाद ऑन स्पोर्ट अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे. जनता दरबार मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद के ठीक बगल में बनाए गए हॉल में आयोजित किया गया था. सीएम के दरबार में ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पंचायती राज, ऊर्जा से संबंधित मामलों पर सुनवाई की गई.
इन मुद्दों पर हुई सुनवाई: इसके साथ ही पथ निर्माण, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, कृषि, सहकारिता, पशु एवं मत्स्य संसाधन, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, नगर विकास एवं आवास, खाद्य उपभोक्ता संरक्षण, परिवहन, आपदा प्रबंधन, वन एवं जलवायु परिवर्तन, योजना विकास, भवन निर्माण, पर्यटन, सूचना एवं जनसंपर्क, वाणिज्य और सामान्य प्रशासन विभाग से संबंधित मामलों की भी सुनवाई की गई. जनता दरबार में संबंधित सभी विभागों के मंत्री और मुख्य सचिव डीजीपी सहित सभी आला अधिकारी भी मौजूद रहे.