पटनाः कोविड अस्पताल में मरीजों और परिजनों के बार-बार शिकायत के बाद पटना के प्रमंडलीय आयुक्त संजय अग्रवाल और जिलाधिकारी कुमार रवि ने कंट्रोल रूम और अस्पताल की व्यवस्था का जायजा लिया. इस दौरान संजय अग्रवाल एनएमसीएच गए और वहां मौजूद डॉक्टर और अधिकारियों को कई निर्देश दिए.
![प्रमंडलीय आयुक्त संजय अग्रवाल व अन्य](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-pat-01-covid-ko-lekar-ucchstriy-vethak-visyulbaait-patnacity-bh10039_21072020080821_2107f_00074_419.jpg)
अधिकारियों के साथ हुई उच्चस्तरीय बैठक
प्रमंडलीय आयुक्त संजय अग्रवाल और जिलाधिकारी कुमार रवि ने एनएमसीएच पहुंचकर वहां का जायजा लिया. उसी समय सभी विभागों के अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर कोविड-19 से निपटने के लिये कई अहम फैसले लिये गये. प्रमंडलीय आयुक्त संजय अग्रवाल ने कहा कि एनएमसीएच और पीएमसीएच में कोविड हेल्प कंट्रोल रूम खोला गया है. साथ ही इस अस्पताल में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा होगी, ताकि मरीज परिजन और डॉक्टरों की स्तिथि की समीक्षा का जायजा लिया जा सके.
श्मशान पर 24 घण्टे होगी अंत्येष्टि
कोविड-19 से ग्रसित मृत मरीजों की अंत्येष्टि पटना के बांसघाट के पास जिलाधिकारी के जरिए चुने गए श्मशान पर 24 घण्टे होगी. ताकि जीवित मरीजों के इलाज में कोई परेशानी न हो. मरीजों के खाना की राशि 100 रुपये से बढ़ाकर 175 रुपये कर दी गई है. साथ ही ऑक्सीजन पाईप लाइन का कार्य चल रहा है. ताकि मरीजों को पर्याप्त ऑक्सीजन मिल सके.
कोविड से लड़ने के लिये विभाग ने दिये 15 लाख का विशेष पैकेज
प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि कोविड से लड़ने के लिये सभी विभाग तैयार है. डॉक्टर अपने कार्य के प्रति समर्पित रहें तो मरीज और परिजन भी सयम रखेंगे. डेड बॉडी के अंत्योष्टि में कोई परेशानी नहीं होगी. काम करने वाले कर्मचारियों के पैसे में बढ़ोतरी की गई है.