पटना: जिस शराबबंदी की कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तारीफ की थी, आज उसी कानून का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले में मखौल बनकर रह गया है. नालंदा में जहरीली शराब से 8 लोगों की मौत (Death Due to Poisonous Liquor) के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने भी सरकार को घेरा तो हम प्रमुख जीतनराम मांझी ने भी समीक्षा की बात कह दी. अब जेडीयू ने इस पर पलटवार किया है.
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जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार (JDU Spokesperson Neeraj Kumar) ने कहा है कि शराबबंदी कानून में कोई खामी नहीं है. बिहार में पूर्ण शराबबंदी से सामाजिक बदलाव आए हैं. नालंदा में संदिग्ध मौत जरूर हुई है, लेकिन बीजेपी नेताओं को पोस्टमार्टम होने तक इंतजार करना चाहिए.
जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि नीतीश सरकार शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है. बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद से जहां अपराध में कमी आई है, वहीं कई सामाजिक बदलाव आए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शराबबंदी कानून की तारीफ की है.
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आपको बताएं कि नालंदा के सोहसराय थाना क्षेत्र इलाके के छोटी पहाड़ी और पहाड़ तल्ली मोहल्ला में संदेहास्पद स्थिति में एक साथ 8 लोगों की मौत हो गई. जबकि 2 लोग गंभीर हालत में निजी क्लीनिक में इलाजरत है. मौके पर पहुंचकर डीएसपी और थानाध्यक्ष जांच में जुट गए हैं. मृतकों में 55 वर्षीय भागो मिस्त्री, 55 वर्षीय मन्ना मिस्त्री, 50 वर्षीय धर्मेंद्र उर्फ नागेश्वर, कालीचरण मिस्त्री, अर्जुन पंडित और सुनील सहित दो अन्य लोग हैं. सभी मृतकों के परिजन शराब पीने के बाद तबीयत बिगड़ने से मौत की बात बता रहे हैं.
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