पटना: बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड में सुधार के लिए संयुक्त चर्चा का आयोजन किया गया. शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा के साथ-साथ मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष अब्दुल कैयूम अंसारी ने इस चर्चा में राज्यभर के मदरसों से आए प्रधानाध्यापकों मदरसे की पढ़ाई में सुधार हो, इसको लेकर दिशा निर्देश दिये.
एएन सिन्हा इंस्टिट्यूट में बिहार राज्य मदरसा बोर्ड की चर्चा के दौरान अध्यक्ष अब्दुल कैयूम अंसारी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यकाल में मदरसा बोर्ड की स्थिति में काफी सुधार हुआ है. मदरसा के बच्चों को बेहतर शिक्षा हासिल हो, इसके लिए सीएम नीतीश कुमार की सोच गंभीर है.
'मदरसों में होता था भ्रष्टाचार, अब...'
वहीं, शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने कहा नीतीश कुमार हमेशा ही शिक्षा व्यवस्था को लेकर चिंतित रहते हैं. उन्होंने कहा कि पहले मदरसा बोर्ड में जो भ्रष्टाचार होता था, उस पर लगाम लगा है. नीतीश कुमार हमारे बच्चों को लेकर काफी चिंतित रहते थे, जिसको लेकर उन्होंने हमें कई दफा मुख्यमंत्री आवास पर बुलाकर मदरसा बोर्ड में शिक्षा के सुधार को लेकर चर्चा भी की. हमने भी उन्हें आश्वासन दिया है कि मदरसे में पठन-पाठन में सुधार होगा. किसी तरह का कोई भ्रष्टाचार नहीं होगा. यदि यह सब चीज नहीं हुई, तो मैं सबसे बड़ा गुनाहगार बनूंगा.
'सरकार ने ईमानदारी से किया काम'
वहीं, शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने कहा कि नीतीश कुमार हर वर्ग के लिए अच्छे काम करते हैं. मध्य विद्यालय में बच्चों के लिए पठन-पाठन के लिए पुस्तक का इंतजाम किया, तो मदरसा बोर्ड में भी किताबें उपलब्ध करवायी. यहां तक की मध्य विद्यालय के बच्चों को मुख्यमंत्री साइकिल योजना के माध्यम से साइकिल दी जाती थीं, अब मदरसे के बच्चों को भी पोशाक योजना, साइकिल योजना का लाभ दिया जा रहा है. कृष्ण नंदन वर्मा ने कहा कि सरकार पूरी ईमानदारी से मदरसा बोर्ड के बच्चों के लिए काम कर रही है. थोड़ा बहुत आप लोग भी ईमानदारी दिखाइए, तो मदरसे की पढ़ाई में भी सुधार हो सकता है.
- इशारों ही इशारों में कृष्ण नंदन वर्मा ने आरजेडी के शासनकाल पर भी निशाना साधते हुए कहा कि पहले की अपेक्षा में अब बहुत सुधार हुआ है. कोई सोच भी नहीं सकता था कि गांव में बिजली सड़क नहीं होगी. लेकिन नीतीश कुमार की सरकार ने वो सारे काम किए, जो पिछली सरकार में नहीं हो पाए.