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आपदा मंत्री ने दी प्रवासियों की जानकारी, कहा- अब तक करीब 20 लाख लोग लौट चुके हैं बिहार

मजदूरों को रोजगार देने को लेकर मंत्री ने बताया कि मनरेगा योजना के अंतर्गत काम शुरू कर दिया गया है. बाहर से आ रहे प्रवासी मजदूरों के स्वास्थ्य की देखभाल, रहने और खाने के लिए सरकार ने पूरी व्यवस्था कर रखी है.

Patna
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Published : May 30, 2020, 7:20 PM IST

पटना: बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान शुक्रवार तक 1431 ट्रेनों से 20 लाख 46 हजार लोग बिहार पहुंचे हैं. विशेष ट्रेनों से लोगों को लाने का सिलसिला अभी जारी है. 31 मई तक 1481 ट्रेनों से बिहार आने वालों की संख्या 21 लाख 68 हजार हो जाएगी.

प्रखंड क्वॉरेंटाइन सेंटर
आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने बताया कि प्रखंड क्वॉरेंटाइन सेंटरों में क्वॉरेंटाइन की अवधि पूरी कर 6 लाख 23 हजार लोग अपने घर चले गए हैं. अभी 12 हजार 909 सेंटरों में 6 लाख 49 लोग रह रहे हैं. मंत्री ने बताया कि क्वॉरेंटाइन की अवधि पूरी करने के बाद सभी को 500 रुपये और आने जाने का किराया दिया जा रहा है.

देखें रिपोर्ट

डोर टू डोर सर्वेक्षण
लक्ष्मेश्वर राय ने बताया कि प्रवासी मजदूरों को 1000 रुपये की सहायता राशि दी जा रही है. अभी तक एक करोड़ 41 लाख 61 हजार लाभुकों के खाते में राशि पहुंचाई जा चुकी है. जिन लोगों का बिहार के बैंक में खाता नही है उनका खाता खुलवाया जा रहा है. साथ ही पल्स पोलियो के तर्ज पर डोर टू डोर सर्वेक्षण का काम कराया जा रहा है.

मनरेगा योजना के तहत मिलेगा काम
मजदूरों को रोजगार देने को लेकर मंत्री ने बताया कि मनरेगा योजना के अंतर्गत काम शुरू कर दिया गया है. बाहर से आ रहे प्रवासी मजदूरों के स्वास्थ्य की देखभाल, रहने और खाने के लिए सरकार ने पूरी व्यवस्था कर रखी है. बिहार के 534 प्रखंडों के क्वॉरेंटाइन सेंटरों में 6 लाख से ज्यादा लोग अभी भी रह रहे हैं. जिन्हें 14 दिन के क्वॉरेंटाइन के बाद घर भेज दिया जाएगा. बिहार सरकार ने बाहर से आ रहे मजदूरों के रोजगार के लिए पथ निर्माण विभाग और ग्रामीण विकास विभाग के तहत उचित व्यवस्था की है.

पटना: बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान शुक्रवार तक 1431 ट्रेनों से 20 लाख 46 हजार लोग बिहार पहुंचे हैं. विशेष ट्रेनों से लोगों को लाने का सिलसिला अभी जारी है. 31 मई तक 1481 ट्रेनों से बिहार आने वालों की संख्या 21 लाख 68 हजार हो जाएगी.

प्रखंड क्वॉरेंटाइन सेंटर
आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने बताया कि प्रखंड क्वॉरेंटाइन सेंटरों में क्वॉरेंटाइन की अवधि पूरी कर 6 लाख 23 हजार लोग अपने घर चले गए हैं. अभी 12 हजार 909 सेंटरों में 6 लाख 49 लोग रह रहे हैं. मंत्री ने बताया कि क्वॉरेंटाइन की अवधि पूरी करने के बाद सभी को 500 रुपये और आने जाने का किराया दिया जा रहा है.

देखें रिपोर्ट

डोर टू डोर सर्वेक्षण
लक्ष्मेश्वर राय ने बताया कि प्रवासी मजदूरों को 1000 रुपये की सहायता राशि दी जा रही है. अभी तक एक करोड़ 41 लाख 61 हजार लाभुकों के खाते में राशि पहुंचाई जा चुकी है. जिन लोगों का बिहार के बैंक में खाता नही है उनका खाता खुलवाया जा रहा है. साथ ही पल्स पोलियो के तर्ज पर डोर टू डोर सर्वेक्षण का काम कराया जा रहा है.

मनरेगा योजना के तहत मिलेगा काम
मजदूरों को रोजगार देने को लेकर मंत्री ने बताया कि मनरेगा योजना के अंतर्गत काम शुरू कर दिया गया है. बाहर से आ रहे प्रवासी मजदूरों के स्वास्थ्य की देखभाल, रहने और खाने के लिए सरकार ने पूरी व्यवस्था कर रखी है. बिहार के 534 प्रखंडों के क्वॉरेंटाइन सेंटरों में 6 लाख से ज्यादा लोग अभी भी रह रहे हैं. जिन्हें 14 दिन के क्वॉरेंटाइन के बाद घर भेज दिया जाएगा. बिहार सरकार ने बाहर से आ रहे मजदूरों के रोजगार के लिए पथ निर्माण विभाग और ग्रामीण विकास विभाग के तहत उचित व्यवस्था की है.

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