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national convention of CPI ML: दीपंकर भट्टाचार्य फिर चुने गये CPIML के महासचिव

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Published : Feb 20, 2023, 11:10 PM IST

भाकपा माले के पटना अधिवेशन में दीपंकर भट्टाचार्य को एक बार फिर पार्टी का महासचिव चुन लिया गया है. अगले पांच साल तक महासचिव के पद पर बने रहेंगे. केंद्रीय कमेटी के नवनिर्वाचित सदस्यों ने उन्हें अगले पास साल के लिए पार्टी का महासचिव चुना है. 76 सदस्यों की कमिटी चुनी गई है.

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पटनाः बिहार की राजधानी पटना में हो रहे भाकपा माले के अधिवेशन में दीपंकर भट्टाचार्य को एक बार फिर पार्टी का महासचिव चुन लिया गया है. अगले पांच साल तक महासचिव के पद पर बने रहेंगे. केंद्रीय कमेटी के नवनिर्वाचित सदस्यों ने उन्हें अगले पास साल के लिए पार्टी का महासचिव चुना है. 76 सदस्यों की कमिटि चुनी गई है. इसके साथ ही पटना में 16 फरवरी 2023 से चल रहा रहा अधिवेशन समाप्ता हो गया. यह भाकपा माले का 11वां अधिवेशन था. मिली जानकारी के अनुसार सोमवार के सभी राज्यों के प्रतिनिधियों ने वोटिंग प्रक्रिया में हिस्सा लिया.

इसे भी पढ़ेंः Bihar Politics: CPIML के कन्वेंशन से मांझी और हेमंत सोरेन ने बनाई दूरी, नेतृत्व को लेकर असमंजस की स्थिति बरकरार

महाधिवेशन समाप्तः बता दें कि भाकपा माले का पांच दिवसीय राष्ट्रीय महाधिवेशन सोमवार को श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में सेंट्रल कमेटी के चयन प्रक्रिया के साथ-साथ समाप्त हो गया. 5 दिनों तक चलने वाले 11 वें राष्ट्रीय महाधिवेशन में लोकसभा 2024 चुनाव को लेकर चर्चा हुई. लोकसभा चुनाव में भाजपा का सफाया करने के लिए व्यापक रणनीति तैयार की गई. पार्टी के विधायक और छात्र संगठन आइसा के राष्ट्रीय महासचिव संदीप सौरभ ने ईटीवी भारत से बताया कि महाधिवेशन का शीर्षक था 'फासीवाद मिटाओ, संविधान बचाओ, देश बचाओ और शहीदों के सपनों का भारत बनाओ.

भाजपा को हराने की तैयारीः इस अधिवेशन में विदेश के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया था. चीन से किसी को नहीं बुलाया गया था. इसके अलावा इस अधिवेशन में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और कांग्रेस के नेता भी शामिल हुए थे. सभी ने एक स्वर में लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने की बात कही. इसके लिए रणनीति तैयार करने की बात कही.

पटनाः बिहार की राजधानी पटना में हो रहे भाकपा माले के अधिवेशन में दीपंकर भट्टाचार्य को एक बार फिर पार्टी का महासचिव चुन लिया गया है. अगले पांच साल तक महासचिव के पद पर बने रहेंगे. केंद्रीय कमेटी के नवनिर्वाचित सदस्यों ने उन्हें अगले पास साल के लिए पार्टी का महासचिव चुना है. 76 सदस्यों की कमिटि चुनी गई है. इसके साथ ही पटना में 16 फरवरी 2023 से चल रहा रहा अधिवेशन समाप्ता हो गया. यह भाकपा माले का 11वां अधिवेशन था. मिली जानकारी के अनुसार सोमवार के सभी राज्यों के प्रतिनिधियों ने वोटिंग प्रक्रिया में हिस्सा लिया.

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महाधिवेशन समाप्तः बता दें कि भाकपा माले का पांच दिवसीय राष्ट्रीय महाधिवेशन सोमवार को श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में सेंट्रल कमेटी के चयन प्रक्रिया के साथ-साथ समाप्त हो गया. 5 दिनों तक चलने वाले 11 वें राष्ट्रीय महाधिवेशन में लोकसभा 2024 चुनाव को लेकर चर्चा हुई. लोकसभा चुनाव में भाजपा का सफाया करने के लिए व्यापक रणनीति तैयार की गई. पार्टी के विधायक और छात्र संगठन आइसा के राष्ट्रीय महासचिव संदीप सौरभ ने ईटीवी भारत से बताया कि महाधिवेशन का शीर्षक था 'फासीवाद मिटाओ, संविधान बचाओ, देश बचाओ और शहीदों के सपनों का भारत बनाओ.

भाजपा को हराने की तैयारीः इस अधिवेशन में विदेश के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया था. चीन से किसी को नहीं बुलाया गया था. इसके अलावा इस अधिवेशन में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और कांग्रेस के नेता भी शामिल हुए थे. सभी ने एक स्वर में लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने की बात कही. इसके लिए रणनीति तैयार करने की बात कही.

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