पटना: जिले के फुलवारीशरीफ में महागठबंधन और भाकपा माले प्रत्याशी गोपाल रविदास के समर्थन में नागरिक को संबोधन किया गया. इसके साथ ही भाकपा माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि ये चुनाव उम्मीद और बदलाव, अमन और इन्साफ के लिए है.
चुनावी सभा का आयोजन
दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि 2015 के जनादेश के साथ धोखा, नोट बंदी, लॉकडाउन, पलायन की पीड़ा झेला है, इन सभी का हिसाब लेने का समय आ गया है. ये चुनाव उन्होने भाजपा के एक चुनावी विज्ञापन को दिखाया जिसमें लिखा है कि ‘श्रमिकों को अपने घर पहुंचाया बिहार, आत्मनिर्भर बिहार'. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मजदूरों पर अपार पीड़ा थोपने के बाद वह खुद पैदल चलकर घर लौटने के लिए मजबूर हो गए थे.
सीएए का विरोध ऐतिहासिक आंदोलन
भाजपा जदयू उन्हीं मजदूरों के नाम पर सीएए के विरोध में आंदोलन को ऐतिहासिक आंदोलन बताते हुए बिहार में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार के लिए आंदोलन के साथ एकता, अमन शांति और न्याय के लिए आंदोलन चल रहे हैं. इस बदलाव की उम्मीद का सम्मान करते हुए ही महा गठबंधन बना है. उन्होने सीएए विरोधी आंदोलन पर साम्प्रदायिक हमले में शहीद हुए आमिर हंजला को याद किया और कहा कि ऐसे हमला करने करवाने वाले भाजपा के नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने कहा कि दिल्ली दंगों के लिए सीएए विरोधी आंदोलनकारियों को ही गिरफ्तार किया जा रहा है.
हाथरस के दुष्कर्म मामले पर चर्चा
इस अवसर पर भाकपा माले की पोलित ब्यूरो सदस्य कामरेड कविता कृष्णन ने कहा कि हाथरस में एक 19 साल की दलित लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर क्रूरतापूर्वक मार दिया जाता है. इसके साथ ही पूरे परिवार को अत्याचार सहना पड़ रहा है. योगी सरकार ने दलित परिवार को अपनी बेटी के अंतिम रस्म अदायगी के अधिकार से भी वंचित कर दिया. निश्चित तौर पर बिहार की जनता बिहार को यूपी बनने नहीं देगी और इस चुनाव में महागठबंधन के भाकपा माले उम्मीदवार गोपाल रविदास को विजयी बनाएगी.