पटना: 17 फरवरी को पटना के पीरबहोर थाना क्षेत्र के महावीर लेन में हुए धीरेंद्र कुमार अकेला हत्याकांड का खुलासा गुरुवार को हो गया. पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही हत्या में उपयोग किए गए पिस्टल, दो जिंदा कारतूस और एक खोखा भी बरामद हुआ है. डीएसपी सुरेश कुमार ने बताया कि पूरे हत्याकांड की मुख्य वजह शराब व्यवसाय है. अवैध शराब कारोबार से जुड़े होने के कारण शराब कारोबारियों ने धीरेंद्र कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
अवैध शराब कारोबार को लेकर हत्या
डीएसपी सुरेश कुमार ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्त सूरज के मुताबिक धीरेंद्र कुमार अकेला के बेटे शिवम और सूरज ने मिलकर शराबबंदी के बाद अवैध शराब बिक्री का काम शुरू किया था. धीरेंद्र के बेटे शिवम ने सूरज को झांसे में लेकर उसका एटीएम अपने पास रख लिया. इसके बाद एटीएम से धीरे-धीरे करके शिवम ने सूरज के अकाउंट से पूरे पैसे निकाल लिए. जब इस बात की जानकारी सूरज को हुई तो उसने अपने हिस्से के पैसे और एटीएम शिवम से मांगे. तो शिवम उसके हिस्से के पैसे और एटीएम देने में आनाकानी करने लगा. जिसकी जानकारी शिवम के पिता को लग गई. शिवम के पिता ने सूरज को धमकी दी.
पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक सूरज ने अपने अन्य तीन सहयोगियों के साथ मिलकर शिवम और उसके पिता की हत्या की साजिश रच डाली. जैसे ही पिछले 17 फरवरी को शिवम के पिता धीरेंद्र कुमार अकेला सब्जी खरीद कर अपने घर लौट रहे थे, इसी दौरान घात लगाए सूरज और उसके अन्य तीन सहयोगियों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. जिससे घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई. सूरज ने अपने बयान में बताया कि 1 साल में इन लोगों ने अवैध शराब के कारोबार से लाखों रुपये बना लिए थे. कहीं न कहीं इस हत्याकांड की मुख्य वजह अवैध शराब कारोबार से कमाए गए रुपये की हिस्सेदारी थी.
3 अपराधी गिरफ्तार
डीएसपी ने बताया कि इस मामले में संलिप्त सूरज सहित अन्य दो अपराधी गिरफ्तार कर लिए गए हैं. इस मामले में उपयोग किया गया मुंगेरी पिस्टल के साथ दो जिंदा कारतूस और एक खोखा भी बरामद कर लिया गया है. जबकि इस मामले में संलिप्त एक अन्य अपराधी की तलाश की जा रही है.