पटना: दिल्ली के मरकज में शामिल होने वाले बिहार के लोगों के बारे में राज्य सरकार को जो जानकारी मिली है, उसमें कई बड़ी गड़बड़ियां हैं. केंद्र सरकार ने 86 लोगों की सूची बिहार सरकार को सौंपी है. जिसमें से 33 लोगों का कोई पता नहीं चल रहा है. डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि मिली सूची में कई लोग बिहार के नहीं हैं.
वहीं, कई लोगों का पता और मोबाइल नंबर गलत है. उन्होंने यह भी बताया कई मोबाइल नंबर दो बार भेजे गए हैं. अब तक 53 लोगों को लोकेट कर लिया गया है. जिसमें सिर्फ 1 व्यक्ति बिहार में क्वॉरेंटाइन में है. बाकी 52 लोग दिल्ली और अन्य राज्यों में क्वॉरेंटाइन पर रखे गए हैं.
इस मामले को धर्म से जोड़ना गलत- डीजीपी
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने बताया कि केंद्र द्वारा एक और सूची दी गई थी. जिसमें 57 विदेशियों के नाम थे. इसमें से 35 लोगों को लोकेट कर लिया गया है. डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने स्वास्थ्य कर्मियों पर हो रहे हमलों की निंदा की है. उन्होंने कहा कि बिहार के तमाम लोग लॉक डाउन में पूरा समर्थन कर रहे हैं. ऐसे में इस हमले को किसी भी धर्म या समाज विशेष से जोड़ना बिल्कुल गलत है.
मरकज मामले की पूरी जानकारी
- मरकज में शामिल होने आए 86 लोगों की सूची मिली
- 53 लोग लोकेट किए गए हैं
- 52 दिल्ली और अन्य राज्यों में क्वॉरेंटाइन में हैं
- मात्र 1बिहार में क्वॉरेंटाइन में है
- शेष 33 लोगों में 9 बिहार के नहीं हैं
- 10 व्यक्ति का पता मोबाइल नंबर सही नहीं है
- 6 लोगों का नंबर रिपीट हुआ है
केंद्र द्वारा भेजी गई विदेशी यात्रियों की सूची
- 57 विदेशी यात्री बिहार में पहुंचे हैं
- 35 को लोकेट कर लिया गया है
- बिहार में 10 ही हैं
- 9 अररिया में और 1 समस्तीपुर में क्वॉरेंटाइन में हैं
- 22 विदेशी या तो बिहार आए ही नहीं या फिर आकर लौट गए हैं
- अन्य 8 नेपाली लोग समस्तीपुर में क्वॉरेंटाइन में हैं