पटना: राजधानी में नवरात्र के अवसर पर दशमी के दिन मां दुर्गा के दर्शन के लिए विभिन्न मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगी है. महिला श्रद्धालु माता को खोईचा भर रही है. जिसके बाद वह माता की विदाई करेंगी. सभी श्रद्धालु आज गंगा स्नान कर माता की पूजा-अर्चना में लीन हो गए हैं. वहीं स्थानीय लोगों ने मंदिर के आस-पास फल-फूल और श्रृंगार की दुकानें लगाई है.
दंसवे दिन हुआ था महिषासुर का वध
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान राम ने रावण का इसी दिन वध किया था. साथ ही यह भी कहा जाता है कि रावण का वध करने से पहले उन्होंने समुद्र तट पर 9 दिनों तक मां दुर्गा की आराधना की थी. फिर दशमी के दिन उन्हें विजय की प्राप्ति हुई थी. ऐसी मान्यता है कि नवरात्रि के दसवें दिन युद्ध के बाद राक्षस महिषासुर का वध किया गया था.
दसवीं के दिन हुई थी विजय की प्राप्ति
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार राक्षस महिषासुर को ब्रह्मा से आशीर्वाद मिला था कि पृथ्वी पर कोई भी व्यक्ति उसे नहीं मार सकता है. इस आशीर्वाद के कारण उसने तीनो लोक में हाहाकार कार मचा दिया था. इसके बढ़ते पाप को रोकने के लिए ब्रह्मा विष्णु महेश ने अपनी शक्ति मिलाकर मां दुर्गा का सृजन किया. मां दुर्गा ने 9 दिनों तक महिषासुर का मुकाबला किया और दंसवे दिन मां दुर्गा ने महिषासुर का वध कर दिया. जिसके चलते चारों तरफ खुशी को माहौल हो गया, क्योंकि मां दुर्गा को दशमी के दिन विजय की प्राप्ति हुई थी. इसी कारण दशहरा को विजयदशमी के रूप में मनाया जाता है.
मां दुर्गा की होगी विदाई
ऐसा माना जाता है कि दशमी के दिन गंगा स्नान कर पूजा करने से विजय की प्राप्ति होती है. साथ ही घर में सुख और समृद्धि बनी रहती है. मां दुर्गा की आज विदाई होती है, जिसके लिए महिलाएं मां दुर्गा को खोईचा भरती है. जिसके चलते आज सुबह से ही मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी हुई है.