पटना: श्रावण का पावन महीना 4 जुलाई से शुरू हो रहा है. ये पावन महीना भगवान भोलेनाथ को समर्पित होता है. बिहार ही नहीं बल्कि देश के कोने-कोने से लोग बाबा पर जलाभिषेक करने के लिए देवघर पहुंचते हैं. श्रावन के पावन महीने को ध्यान में रखते हुए आईआरसीटीसी ने सभी रेलवे स्टेशनों पर मांसाहारी भोजन पर पाबंदी लगा दी है. ट्रेनों में भक्तों के लिए बिना लहसुन-प्याज के शाकाहारी भोजन देने की व्यवस्था की गई है.
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श्रावण भर ट्रेनों में नहीं मिलेगा वेज खाना: आईआरसीटीसी के क्षेत्रीय महाप्रबंधक राजेश कुमार ने जानकारी दिया कि सावन माह को ध्यान में रखते हुए आईआरसीटीसी के अधिकृत यूनिटों में अन्य व्यंजनों के अलावा, बिना लहसुन प्याज की भोजन उपलब्ध रहेगी. साथ ही साथ फल की व्यवस्था रहेगी दूध दही पेड़ा की भी व्यवस्था की गई है. उन्होंने बताया कि सावन के पावन महीने में श्रद्धालु भक्त बिना लहसुन प्याज का भोजन करते हैं और कई लोग हैं. इस को ध्यान में रखते हुए 3 जुलाई तक तैयारी पूर्ण कर ली जाएगी और भोजन बनाने में सभी आवश्यक साफ-सफाई तथा रखरखाव की उचित व्यवस्था की जाएगी.
आईआरसीटीसी ने की तैयारी: 4 जुलाई से शुरू होकर 21 अगस्त तक चलने वाली सावन का पावन महीना में भक्तों को सात्विक भोजन यानी कि बिना लहसुन प्याज का भोजन आईआरसीटीसी कराएगी. इच्छा अनुरूप फल, दूध और दही भी दिया जाएगा. बता दें कि 4 जुलाई से मांसाहारी भोजन बंद कर दिया जाएगा और यात्रियों को विशेष सुविधा दी जाएगी. कावरियों को मौसमी फल फलाहार दिया जाएगा. जिसमें केला, सेब, दूध, दही रहेगा और सावन माह तक आईआरसीटीसी के स्टॉल पर मांस-मछली और अंडे की बिक्री नहीं की जाएगी. भोजन में सीजनल अनुसार सब्जी चावल रोटी दाल पनीर आइटम भी परोसे जाएंगे.
बिना लहसुन प्याज का मिलेगा खाना: बता दें कि पूर्व मध्य रेल में तमाम ट्रेन और स्टेशनों पर व्यवस्था रहेगी. यानी कि जो सांवरिया बिना लहसुन प्याज का भोजन करना चाहते हैं तो उनको भोजन उपलब्ध कराया जाएगा या फलाहार करना चाहते हैं, उनको फलाहार भी दिया जाएगा. इस बार सावन 2 महीने का हो रहा है. जिसमें 8 सोमवारी होगी और कावड़ियों का जाने का सिलसिला कल से ही शुरू हो जाएगा. इसलिए कल रात्रि से आईआरसीटीसी के तरफ से बिना लहसुन प्याज का भोजन और फल कांवरियों को उपलब्ध कराया जाएगा.