पटना: जनता के दरबार में सीएम नीतीश कुमार ने फरियादियों की समस्याएं सुनी. सीएम के जनता दरबार के बाहर अलग-अलग समस्याओं को लेकर लोग पहुंचे (No entry in Janata Darbar ). चिलचिलाती धूप में दोनों हाथ टूटे होने के बाद अपनी पत्नी के साथ मुजफ्फरपुर से देवेंद्र यादव भी मुख्यमंत्री से गुहार लगाने आए, लेकिन उन्हे निराशा हाथ लगी. पुलिसवालों ने उन्हें मुख्यमंत्री से शिकायत सुनाने को मौका नहीं दिया और बैरंग लौटा दिया.
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न्याय के लिए भटक रहे हैं देवेंद्र यादव: मुख्यमंत्री से न्याय के लिए गुहार लगाने आये मुजफ्फरपुर के देवेंद्र यादव ने बताया कि जमीन के आपसी विवाद में उसका दोनों हाथ तोड़ दिया गया है. सिर में कई टाका लगा है. पुलिस प्रशासन उसकी सुन नहीं रहा है. शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई दोषियों पर नहीं हो रही है. देवेंद्र यादव ने कहा कि विरोधी पक्ष की ओर से पुलिस प्रशासन को रकम दी गई है. इसके कारण उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. इसीलिए मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाने जनता दरबार पहुंचे हैं.
फरियाद के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया: देवेंद्र ने बताया कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी करवा दिया है लेकिन प्रशासन के लोग जनता दरबार में जाने नहीं दे रहे हैं. जमीन विवाद और कई तरह के मामले लेकर लोग पहुंचे थे. कईयों ने तो साल भर पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया था लेकिन जब उन्हें प्रशासन की ओर से जनता दरबार के लिए सूचना नहीं दी गई तो खुद जनता दरबार के बाहर पहुंच गए, लेकिन सभी को निराशा हाथ लगी. मुख्यमंत्री से मिलकर शिकायत सुनाएं बिना ही उन्हें वापस अपना घर लौटना पड़ रहा है.
"जमीन विवाद में दोनों हाथ तोड़ दिया. पत्नी के सहारे इस चिलचिलाती धूप में मुजफ्फरपुर से आया हूं. पुलिस वाले जनता दरबार में फरियाद सुनने के लिए जाने नहीं दे रही है. मुजफ्फरपुर में पुलिस से शिकायत करने के बाद दोषियों पर कार्रवाई नहीं हो रही है और यहां पुलिस वाले फरियाद सुनाने नहीं दे रहे हैं."- देवेंद्र यादव, फरियादी, मुजफ्फरपुर