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3 दिसंबर को राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर देशरत्न कॉन्क्लेव का आयोजन, कई मंत्री और दिग्गज होंगे शामिल

राजेंद्र प्रसाद जयंती (Rajendra Prasad Jayanti) पर इस बार बिहार में बड़ा आयोजन होगा. इस बारे में बताते हुए इंडिया पॉजिटिव संगठन के सेक्रेटरी मनीष सिन्हा ने कहा कि इस बार ज्ञान भवन में देश रत्न कॉन्क्लेव आयोजित किया जा रहा है. जिसमें प्रदेश के विकास के लिए जरूरी नीतियों के बारे में भी विस्तार से चर्चा की जाएगी.

बिहार में देशरत्न कॉन्क्लेव का आयोजन
बिहार में देशरत्न कॉन्क्लेव का आयोजन
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Published : Nov 7, 2022, 8:24 AM IST

पटना: बिहार में देशरत्न कॉन्क्लेव का आयोजन (Deshratna Conclave will be organized in Bihar) किया जाएगा. बीजेपी एनआरबी सेल के संयोजक और इंडिया पॉजिटिव संगठन के सेक्रेटरी मनीष सिन्हा ने पटना में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस बार 3 दिसंबर को प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की 138वीं जयंती (Rajendra Prasad 138th Birth Anniversary) के मौके पर पहली बार पटना के ज्ञान भवन में देशरत्न कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाएगा. इस मौके पर राजेंद्र प्रसाद के विचारों से लोगों को अवगत कराया जाएगा, जिसे आज लोग भूल रहे हैं. कार्यक्रम में देश-विदेश के कई दिग्गज और कई मंत्री भी शामिल होंगे. मनीष दरअसल राजेंद्र प्रसाद के परिवार की तीसरी पीढ़ी के सदस्य हैं.

ये भी पढ़ें: पटना हाईकोर्ट ने पूछा- डॉ राजेंद्र प्रसाद के स्मारकों की देखरेख कर सकते हैं? जानिये क्या रहा जवाब

राजेंद्र प्रसाद जयंती पर बड़ा कार्यक्रम: मनीष सिन्हा ने बताया कि पिछले वर्ष दिल्ली में देशरत्न कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया था. बिहार में पहली बार ज्ञान भवन में देश रत्न कॉन्क्लेव आयोजित किया जा रहा है. जिसमें प्रदेश के विकास के लिए जरूरी नीतियों के बारे में भी विस्तार से चर्चा की जाएगी. काफी संख्या में शिक्षाविद् इस कार्यक्रम में शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि डॉ राजेंद्र प्रसाद का देश के निर्माण में अहम योगदान है और कई नेताओं के नाम पर देश में राष्ट्रीय दिवस है, लेकिन देश के प्रथम राष्ट्रपति के नाम पर कोई राष्ट्रीय दिवस नहीं है, जोकि होना चाहिए.

'राजेंद्र प्रसाद की गगनचुंबी मूर्ति लगनी चाहिए': मनीष सिन्हा ने कहा कि उन लोगों की इच्छा है कि सरदार पटेल की स्टैचू ऑफ यूनिटी के रूप में मूर्ति जिस प्रकार गुजरात में स्थापित है, उसी प्रकार एक गगनचुंबी मूर्ति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की पटना में स्थापित की जानी चाहिए. ज्ञान भवन में आयोजित होने वाले देशरत्न कॉन्क्लेव को सफल बनाने के लिए इंडिया पॉजिटिव संगठन बनाया गया है, जिसमें हर जिले में एक टीम बनाई गई है और हर टीम अपने जिला में कार्यक्रम करेगी. राजेंद्र प्रसाद के विचारों से लोगों को जोड़ें.

"डॉ राजेंद्र प्रसाद का शिक्षा से गहरा लगाव था और उनका मानना था कि कोई भी शिक्षा तभी सफल होगी, जब व्यक्ति में चरित्र रहेगा और व्यक्ति के अंदर मजबूत चरित्र का होना बेहद जरूरी है, जो आज के समय बहुत कम नजर आ रही है. हमलोगों की इच्छा है कि सरदार पटेल की स्टैचू ऑफ यूनिटी के रूप में मूर्ति जिस प्रकार गुजरात में स्थापित है, उसी प्रकार एक गगनचुंबी मूर्ति डॉ राजेंद्र प्रसाद की पटना में स्थापित की जानी चाहिए"- मनीष सिन्हा, सेक्रेटरी, इंडिया पॉजिटिव संगठन

ये भी पढ़ें: देशरत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की 137वीं जयंती: देखिये पटना के राजेंद्र स्मृति संग्रहालय का हाल

पटना: बिहार में देशरत्न कॉन्क्लेव का आयोजन (Deshratna Conclave will be organized in Bihar) किया जाएगा. बीजेपी एनआरबी सेल के संयोजक और इंडिया पॉजिटिव संगठन के सेक्रेटरी मनीष सिन्हा ने पटना में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस बार 3 दिसंबर को प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की 138वीं जयंती (Rajendra Prasad 138th Birth Anniversary) के मौके पर पहली बार पटना के ज्ञान भवन में देशरत्न कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाएगा. इस मौके पर राजेंद्र प्रसाद के विचारों से लोगों को अवगत कराया जाएगा, जिसे आज लोग भूल रहे हैं. कार्यक्रम में देश-विदेश के कई दिग्गज और कई मंत्री भी शामिल होंगे. मनीष दरअसल राजेंद्र प्रसाद के परिवार की तीसरी पीढ़ी के सदस्य हैं.

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राजेंद्र प्रसाद जयंती पर बड़ा कार्यक्रम: मनीष सिन्हा ने बताया कि पिछले वर्ष दिल्ली में देशरत्न कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया था. बिहार में पहली बार ज्ञान भवन में देश रत्न कॉन्क्लेव आयोजित किया जा रहा है. जिसमें प्रदेश के विकास के लिए जरूरी नीतियों के बारे में भी विस्तार से चर्चा की जाएगी. काफी संख्या में शिक्षाविद् इस कार्यक्रम में शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि डॉ राजेंद्र प्रसाद का देश के निर्माण में अहम योगदान है और कई नेताओं के नाम पर देश में राष्ट्रीय दिवस है, लेकिन देश के प्रथम राष्ट्रपति के नाम पर कोई राष्ट्रीय दिवस नहीं है, जोकि होना चाहिए.

'राजेंद्र प्रसाद की गगनचुंबी मूर्ति लगनी चाहिए': मनीष सिन्हा ने कहा कि उन लोगों की इच्छा है कि सरदार पटेल की स्टैचू ऑफ यूनिटी के रूप में मूर्ति जिस प्रकार गुजरात में स्थापित है, उसी प्रकार एक गगनचुंबी मूर्ति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की पटना में स्थापित की जानी चाहिए. ज्ञान भवन में आयोजित होने वाले देशरत्न कॉन्क्लेव को सफल बनाने के लिए इंडिया पॉजिटिव संगठन बनाया गया है, जिसमें हर जिले में एक टीम बनाई गई है और हर टीम अपने जिला में कार्यक्रम करेगी. राजेंद्र प्रसाद के विचारों से लोगों को जोड़ें.

"डॉ राजेंद्र प्रसाद का शिक्षा से गहरा लगाव था और उनका मानना था कि कोई भी शिक्षा तभी सफल होगी, जब व्यक्ति में चरित्र रहेगा और व्यक्ति के अंदर मजबूत चरित्र का होना बेहद जरूरी है, जो आज के समय बहुत कम नजर आ रही है. हमलोगों की इच्छा है कि सरदार पटेल की स्टैचू ऑफ यूनिटी के रूप में मूर्ति जिस प्रकार गुजरात में स्थापित है, उसी प्रकार एक गगनचुंबी मूर्ति डॉ राजेंद्र प्रसाद की पटना में स्थापित की जानी चाहिए"- मनीष सिन्हा, सेक्रेटरी, इंडिया पॉजिटिव संगठन

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