पटना: डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejashwi Yadav) दिल्ली से पटना पहुंच गए हैं. एयरपोर्ट पर पहुंचते ही मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि जो कुछ भी बिहार में हो रहा है वो बीजेपी की साजिश है. साजिश के तहत इन बयानों पर लोग अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. तेजस्वी यादव ने संविधान को सबसे पवित्र पुस्तक बताते हुए बिना नाम लिए उपेन्द्र कुशवाहा पर बयानों की बौछार कर दी. तेजस्वी ने उन्हें बयानबीर तक कह दिया.
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''भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेता यहां पर एजेंडा सेट कर रहे हैं. लेकिन, उससे कुछ होने वाला नहीं है. लोग जान रहे हैं कि किस तरह से भ्रम फैलाया जा रहा है. देश में अगर सबसे बड़ा कोई ग्रंथ है तो वह संविधान है. यह बात सही है कि संविधान भी हमें सिखाता है कि सभी धर्म को सम भाव से देखना चाहिए.''- तेजस्वी यादव, उप मुख्यमंत्री, बिहार
शिक्षा मंत्री पर अडिगः दरअसल, बिहार में आरजेडी कोटे के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के रामचरतिमानस पर दिये बयान से सियासत गर्म है. इस मुद्दे पर न सिर्फ विपक्ष बल्कि जेडीयू के नेता भी हमलावर हो चुके हैं. ललन सिंह, उपेन्द्र कुशवाह, अशोक चौधरी समेत तमाम जेडीयू के नेता इस मुद्दे पर बयानबाजी कर रहे हैं. लेकिन आरजेडी के शिक्षा मंत्री अपने बयान पर अडिग हैं.
नीतीश-लालू महागठबंधन के सर्वोच्च नेताः तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन में दो ही नेता हैं, एक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दूसरे लालू जी, इसके अलावा जो लोग इस गठबंधन में बयानबीर बनने की कोशिश कर रहे हैं वह पूरी तरह से गलत है. तेजस्वी यादव ने स्पष्ट किया कि महागठबंधन सरकार एक मिशन पर काम कर रही है. जातीय जनगणना, 10 लाख नौकरी देने को लेकर आगे बढ़ रही है ऐसे में लोग अवरोध पैदा कर रहे हैं.
महागठबंधन मजबूत, कोई नहीं तोड़ सकता: इसी मुद्दे पर जब तेजस्वी यादव से पूछा गया तो तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि बीजेपी बिहार में एजेंडा सेट कर रही है. उसी के तहत ये बातें सामने आ रही हैं. अभी तो मंत्री के बयान को लेकर बातें सामने आ रही हैं. फिर कल तेजस्वी यादव की संपत्ति और फिर ईडी की पूछताछ को लेकर माहौल बनाएंगे. ये कोई नई बात नहीं है. तेजस्वी यादव का निशाना कहीं न कहीं उपेन्द्र कुशवाहा ही थे. उन्होंने इशारे में ही कहा कि वो और सीएम नीतीश कुमार जानते हैं कि कौन बीजेपी के एजेंडे पर काम कर रहा है. महागठबंधन बहुत ही मजबूती के साथ बढ़ रही है. इसे कोई नहीं तोड़ सकता.
उपेन्द्र कुशवाहा ने तेजस्वी पर साधा था निशाना: गौरतलब है कि उपेन्द्र कुशवाहा ने रामचरितमानस विवाद को लेकर तेजस्वी की चुप्पी को बीजेपी का एजेंडा कहकर निशाना साधा था. जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा था कि तेजस्वी की चुप्पी ये बताती है कि वो कहीं न कहीं बीजेपी से राहत पाना चाहते हैं. लेकिन, तेजस्वी ने उपेन्द्र कुशवाहा का तीर उन्ही की ओर मोड़ दिया. इशारे ही इशारे में उपेन्द्र कुशवाहा को BJP के एजेंडे पर काम करने वाला बता दिया.