पटना/दिल्ली: बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव शनिवार को रेलवे में जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में पूछताछ के लिए सुबह सीबीआई हेडक्वाटर पहुंचे. आज सुबह 10.30 बजे सीबीआई आफिस पहुंचने से पहले उन्होंने मीडिया से कहा कि आज देश की स्थिति यह हो गई है कि यहां झुकना आसान है लेकिन लड़ना बहुत मुश्किल.
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''मैने हमेशा एजेंसियों का सहयोग किया, लेकिन देश में हालात यह है कि यहां लड़ना बहुत मुश्किल है. हमने लड़ने का फैसला किया है और हम जीतेंगे. देश में जो माहौल है, वो आप लोग देख ही रहे हैं. यहां झुकना बहुत आसान है लेकिन लड़ना बहुत मुश्किल है.''- तेजस्वी यादव, डिप्टी सीएम, बिहार
'हम झुकेंगे नहीं, लड़ेंगे': तेजस्वी ने केंद्र को चुनौती देते हुए कहा कि उन्होंने झुकने का नहीं बल्कि लड़ने का रास्ता तैयार कर लिया है. वो किसी भी कीमत पर सीबीआई जांच से टूटने वाले नहीं हैं. बता दें कि नौकरी के बदले जमीन मामले में लालू यादव-राबड़ी समेत 14 को आरोपी बनाया गया है. तेजस्वी यादव से भी पूछताछ की जा रही है. इस मामले में उनकी क्या भूमिका है. दिल्ली वाले बंगले के कनेक्शन के जरिए सीबीआई तलाशने की कोशिश कर रही है.
तेजस्वी यादव सीबीआई के सामने पेश: तेजस्वी यादव को सीबीआई ने तीन-तीन बार समन भेजा था लेकिन तेजस्वी यादव ने हर बार किसी न किसी व्यस्तता या मजबूरी का हवाला देकर सीबीआई के सामने पेश होने से बचते रहे. इस संदर्भ में उन्होंने राहत पाने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट का रुख भी किया लेकिन वहां से उन्हें कोई राहत नहीं मिली. दिल्ली हाईकोर्ट ने ही ये तय किया था कि 25 मार्च को तेजस्वी यादव को हर हाल में सीबीआई दफ्तर में पेश होना होगा.
क्या है जमीन के बदले जॉब घोटाला?: आरोप है कि लालू प्रसाद ने रेल मंत्री रहते 2004 से साल 2009 के बीच 12 अभ्यर्थियों को जमीन के बदले नौकरी दी. सभी आरोपियों की जमीन को कड़ौयों के भाव खरीदा गया. इस मामले में लालू-राबड़ी समेत 14 को आरोपी बनाया गया था. सभी को कोर्ट से जमानत भी मिली हुई है. इस मामले में 29 मार्च को दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई होनी है.