पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि अगर हम बिहार में अच्छे से काम करें तो केंद्र में BJP की सरकार ( Tejashwi Yadav Attack On BJP) अगले चुनाव में 272 सीट नहीं जीत पाएगी. इस दौरान उन्होंने कहा कि हर बार बिहार में 40 में से 39 सीट जीत लें, ऐसा थोड़ी ना होगा उल्टा भी हो सकता है. राजस्थान जैसे स्थानों पर जहां विपक्ष जीरो था और पूरा सीट भाजपा को गया था. अब थोड़ी ना यह दोहराएगा.
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बोले तेजस्वी- 'बीजेपी को हर बार जीत मिले जरूरी नहीं': तेजस्वी ने यह भी कहा कि राज्य में नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की नई सरकार बनी है. इससे देश के सभी विपक्षी दलों में एक बड़ा मैसेज गया है. विपक्ष में ठहराव आ गया था लेकिन नई सरकार के गठन से विपक्ष में नई ऊर्जा आई है. सबको अब यह लग रहा है कि 2024 में बदलाव हो जाएगा. बिहार में 40 में से 39 सीटें आएंगी, यह हर बार नहीं होगा.
"उनको एक सीट के लिए तरसना पड़ेगा. अभी बीजेपी का 303 का आंकड़ा है. अगर हम लोग बेहतर तरीके से काम करते हैं तो 272 भी नहीं आएगा. विपक्ष में चाहे कोई भी इनके खिलाफ बोलता है उनके पीछे यह सीबीआई और ईडी लगा देते हैं. जिस दिन हमें बहुमत साबित करना था, हमारे यहां छापे पड़ रहे थे. लेकिन हमें अब इन सब की चिंता नहीं करनी है. हम सब एक लक्ष्य प्राप्त करने के लिए जुटे हुए हैं. जो छूट गए हैं उनको भी साथ लाएंगे. रघुवंश प्रसाद जी की जो ऊर्जा थी उससे सीख लेते हुए हम आगे बढ़ेंगे."- तेजस्वी यादव, डिप्टी सीएम, बिहार
रघुवंश बाबू को तेजस्वी ने दी श्रद्धांजली: तेजस्वी यादव ने कहा कि मेरे पिता लालू प्रसाद और रघुवंश प्रसाद सिंह (Death anniversary of Raghuvansh Prasad Singh) में बहुत ही प्रगाढ़ रिश्ते थे. यह बातें डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के पुण्यतिथि के अवसर पर मंगलवार को रविंद्र भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में कही. तेजस्वी ने कहा कि आज रघुवंश बाबू को गुजरे 2 साल हो गए. रघुवंश प्रसाद पार्टी के संस्थापक सदस्य भी थे और उनका मेरे पिता से बहुत ही गहरा रिश्ता था. जब रघुवंश प्रसाद एम्स में एडमिट थे तो मैं उनको देखने गया था. ऐसा लग रहा था कि वह ठीक होकर वापस आ जाएंगे. जब रघुवंश प्रसाद की तबीयत खराब थी तो उस दौर में उन्होंने एक पत्र राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम लिखा था और फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने एक पत्र रघुवंश प्रसाद सिंह के नाम लिखा. यह साफ दर्शाता है कि उन लोगों के बीच कितना गहरा संबंध था.
रघुवंश प्रसाद की पुण्यतिथी पर कार्यक्रम: तेजस्वी ने कहा कि जब लालू प्रसाद रेल मंत्री थे तो रघुवंश प्रसाद ग्रामीण विकास मंत्री थे. उन्होंने मनरेगा लाने का काम किया. उनको मनरेगा मैन के नाम से जाना गया. उस दौर में भी उन्होंने प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत देश भर में सड़कें बनवाई. वह एक समाजवादी नेता थे और हमने भी उनसे सीख ली है. रघुवंश प्रसाद संघर्ष के लिए हमेशा तैयार रहते थे और कार्यकर्ताओं में ऊर्जा भरते रहते थे. शहरों की तड़क-भड़क से दूर रघुवंश प्रसाद ग्रामीण जीवन शैली में अपने गांव में ही रहना पसंद करते थे.
इस मौके पर रघुवंश प्रसाद सिंह के पुत्र सत्य प्रकाश, राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी, बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर, शिवानंद तिवारी, प्रोफेसर चंद्रशेखर, शिवचंद्र राम, प्रेमा चौधरी समेत पार्टी के कई अन्य नेता व बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भी उपस्थित थे.