पटनाः बिहार विधानसभा मानसून सत्र (Bihar Assembly Monsoon Session) के पहले दिन बैठकों का दौर चला. एनडीए विधायक दल की बैठक (NDA Meeting) के साथ ही विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा (Vijay Sinha) ने भी एनडीए के वरिष्ठ नेताओं के बैठक की. वहीं, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (Tarkishore Prasad) एनडीए की सभी बैठकों में शामिल हुए. उसके बाद डिप्टी सीएम ने बजट सत्र के दौरान हुए हंगामे, मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) प्रकरण सहित अन्य मुद्दों पर अपनी सफाई दी.
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"विगत बजट सत्र के दौरान हुई घटना के दो पक्ष हैं. एक जो सदन के बाहर पुलिस जवानों ने दुर्व्यवहार किया. उस पर विधानसभा अध्यक्ष के आदेश के आलोक में सरकार ने कार्रवाई की. दूसरा जो सदन के अंदर सदस्यों के द्वारा अमर्यादित और असंसदीय कार्य किए गए, उसे आचार समिति देख रही है. समिति के प्रतिवेदन का इंतजार कीजिए."- तारकिशोर प्रसाद, उप मुख्यमंत्री, बिहार
वहीं, सदन में तेजस्वी यादव के द्वारा जिन दो प्रस्तावों की पेशकश को विधानसभा अध्यक्ष ने नामंजूर कर दिया, उसपर डिप्टी सीएम ने कहा कि हमे इस बारे में जानकारी नहीं है. तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि बैठक में न केवल विधायकों की मांग रखी गई है, बल्कि बजट सत्र में हंगामे को लेकर विपक्षी सदस्यों पर कार्रवाई की भी मांग की गई है.
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ईटीवी भारत के द्वारा मुकेश सहनी की नाराजगी पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने खुलकर बात नहीं की. लेकिन मंत्री सम्राट चौधरी के द्वारा अकेले सरकार बनाने वाले बयान पर तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि बिहार में तो एनडीए की सरकार है ही. हालांकि बैठक में अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग, अफसरशाही सहित अन्य मुद्दों को भी उठाया गया था. विधायकों के क्षेत्र की समस्या को लेकर भी विचार-विमर्श हुआ.