पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से 3304 पंचायतों में कक्षा नौवीं की पढ़ाई का शुभारंभ किया. इस मौके पर बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि आज का दिन बिहार के लिए ऐतिहासिक है. उन्होंने कहा कि आज बिहार उस स्थान पर खड़ा हो गया है जहां राज्य के हर पंचायत में कक्षा 9 तक की पढ़ाई शुरू हो गई है. यह बिहार की शिक्षा व्यवस्था में गुणात्मक सुधार का पैमाना होगा.
'50 सालों तक नहीं खुला एक भी संस्थान'
उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि पिछली सरकार में चरवाहा विद्यालय खोला जा रहा था. साथ ही प्रचार किया जाता था कि गाय चराने वाले पढो, लेकिन उसके लिए इंतजाम नहीं किए गए. बिहार में नीतीश कुमार की सरकार के पहले 50 सालों तक कोई भी संस्थान नहीं खड़ा हुआ. वहीं नीतीश कुमार की सरकार बनने के बाद लगातार इस पर काम हुआ है.
डिजिटल विश्व विद्यालय की स्थापना
सुशील मोदी ने कहा कि 15 सालों में 2 लाख 61 हजार करोड़ का व्यय नीतीश कुमार की सरकार में हुआ है. बिहार में शिक्षकों की मांग को भी मुख्यमंत्री ने पूरा किया है. राज्य सरकार 23 हजार करोड़ सिर्फ शिक्षकों के वेतन और पेंशन पर खर्च करती है. मध्यान भोजन, साइकिल योजना और पोशाक योजना पर हम बिहार के छात्रों को हर सुविधा दे रहे हैं. डिजिटल विश्व विद्यालय की स्थापना बिहार में होगी और विश्व के सभी बड़े विश्व विद्याालयों को इससे जोड़ा जाएगा.
'दूसरे राज्य ले रहे हैं सीख'
बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने कहा कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधार हुआ है. अब छात्रों को परीक्षा दिलाने उनके अभिभावक नहीं जाते. उन्होंने कहा कि आज बच्चे को पढ़ाई ही उनके पास होने का पैमाना है और यह सीएम नीतीश कुमार की देन है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि अब दूसरे राज्य भी इससे सीख ले रहे हैं.
बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी पंचायतों में उच्च माध्यमिक विद्यालय के संचालन के उद्देश्य से 3304 पंचायतों में कक्षा नौवीं की पढ़ाई का शुभारंभ किया है.